भारत का ध्यान कोहली और रोहित पर, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में जीत का लक्ष्य

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार को खेले जाने वाले दूसरे वनडे से पहले टीम इंडिया का फोकस मैदान के बाहर चल रही चर्चाओं से हटकर फिर से अपने दो वरिष्ठ स्तंभ—विराट कोहली और रोहित शर्मा—पर टिक गया है।

ड्रेसिंग रूम के माहौल को लेकर उठ रही अफवाहों के बीच भारत को श्रृंखला जीत के लिये इन्हीं दोनों खिलाड़ियों के अनुभव और फॉर्म पर भरोसा रहेगा। रांची में खेले गए पहले मैच में भारत की जीत का आधार भी यही दोनों रहे।

कोहली ने अपने 52वें वनडे शतक से दक्षिण अफ्रीका को बैकफुट पर धकेला, जबकि रोहित शर्मा ने 57 रन की तेज़तर्रार पारी खेलकर टीम को मजबूत शुरुआत दी, जिसके दम पर भारत ने मुकाबला 17 रन से जीता। हालांकि वनडे विश्व कप 2027 अभी दो साल दूर है, लेकिन कोहली और रोहित के लिये हर मैच खुद को फिट और प्रासंगिक साबित करने का मौका बन चुका है।

साभार : गूगल

इसी बीच मुख्य कोच गौतम गंभीर के साथ बढ़ते मतभेदों की चर्चा माहौल को और संवेदनशील बना रही है, और संकेत मिल रहे हैं कि बीसीसीआई को अब स्थिति में हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। इन तमाम पृष्ठभूमि विवादों के बावजूद पिछले दो वनडे में रोहित और कोहली ने अपने प्रदर्शन के ज़रिये दक्षिण अफ्रीका में होने वाले विश्व कप के लिये अपना दावा और मजबूत किया है।

अक्टूबर में सिडनी वनडे में रोहित की शानदार पारी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट से हराया था। चयन समिति के प्रमुख अजित अगरकर और गंभीर ने हालांकि विश्व कप में उनकी संभावित भूमिका को लेकर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है—जो तनाव का एक कारण भी माना जा रहा है।

पहला मैच भले ही भारत जीत गया, लेकिन टीम की चिंताएं कम नहीं हुई हैं। लिस्ट ए क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे रूतुराज गायकवाड़ को इस बार चौथे नंबर पर भेजा गया, लेकिन वह इस भूमिका में सहज नहीं दिखे।

वहीं कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल छठे नंबर पर उतरे। वॉशिंगटन सुंदर के साथ भी प्रयोग जारी रहा—कोलकाता टेस्ट में नंबर तीन पर भेजने के बाद पहले वनडे में उन्हें नंबर पाँच पर उतारा गया, लेकिन न बल्लेबाज़ी चली, न ही गेंदबाजी में तीन ओवरों में 18 रन देने से आगे कुछ हासिल हुआ।

नयी गेंद संभालने वाले हर्षित राणा ने शुरुआती सफलता जरूर दिलाई और दो विकेट झटके, लेकिन बाद में रन लीक होने की समस्या सामने आई। खासकर तब जब आईसीसी के नये नियम के तहत 34वें ओवर के बाद उपलब्ध दो गेंदों में से सिर्फ एक का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे गेंद और बल्ले का संतुलन नया रूप लेता है।

स्पिन विभाग में कुलदीप यादव ने 68 रन देकर चार विकेट निकाले। वह महंगे रहे, लेकिन उनकी विविधताओं ने दक्षिण अफ्रीका की वापसी की कोशिशों को रोकने में अहम भूमिका निभाई।

दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका ने शुरुआती तीन विकेट 11 रन पर गंवाने के बाद जोरदार वापसी की: मार्को यानसेन ने सिर्फ 26 गेंदों में अर्धशतक और 39 गेंदों में 70 रन, जबकि मैथ्यू ब्रीज्के ने अपने पहले वनडे में 72 रन बनाए।

पहले वनडे में दक्षिण अफ्रीका ने बिना कप्तान तेम्बा बावुमा और स्पिनर केशव महाराज के खेला था, जिन्हें आराम दिया गया था। दोनों की वापसी अगले मैच में टीम की ताकत बढ़ा सकती है।

दूसरा वनडे शहीर वीर नारायण सिंह स्टेडियम में होगा, जहां अब तक सिर्फ एक वनडे—जनवरी 2023 में—खेला गया है। उस मैच में पिच से मिल रही सीम मूवमेंट का फायदा उठाते हुए मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने न्यूजीलैंड को 108 रन पर समेटा था और भारत ने 30 ओवर बाकी रहते आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। इसी मैदान पर दिसंबर 2023 के टी20 में भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 20 रन से हराया था।

भारत: केएल राहुल (कप्तान), रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, तिलक वर्मा, ऋषभ पंत, वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, रुतुराज गायकवाड़, प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह, ध्रुव जुरेल

दक्षिण अफ्रीका: तेम्बा बावुमा (कप्तान), एडेन मारक्रम, डेवाल्ड ब्रेविस, नांद्रे बर्गर, क्विंटन डी कॉक, मार्को यानसन, टोनी डी जॉर्जी , रुबिन हरमन, ओटनील बार्टमैन, कॉर्बिन बॉश, मैथ्यू ब्रीट्ज़के, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, रयान रिकेलटन, प्रेनेलन सुब्रायन

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