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पुरुष जूनियर विश्व कप : ओमान पर भारत की 17-0 की ऐतिहासिक जीत

भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने न सिर्फ स्कोरलाइन के दम पर, बल्कि अपनी रणनीतिक समझ और मानसिक मजबूती के सहारे भी जूनियर विश्व कप में अपना दबदबा साबित कर दिया।

ग्रुप-बी मुकाबले में भारत ने ओमान को 17-0 से परास्त किया, लेकिन इस जीत की असली कहानी यह थी कि कैसे टीम ने धीमी शुरुआत और ओमानी डिफेंस की शुरुआती चुनौती को पढ़कर खुद को री-अलाइन किया और फिर पूरे मैच में रफ्तार ही बदल दी। मैच की शुरुआत भारत के मन मुताबिक नहीं थी।

चौथे मिनट में अर्शदीप सिंह ने गोल कर बढ़त तो दिला दी, लेकिन उसके बाद ओमान का डिफेंस बेहद संगठित दिखा। भारत लगातार हमले करता रहा, फिर भी पहले क्वार्टर में अपनी बढ़त बढ़ाने का बड़ा मौका उसे नहीं मिला। ओमान ने भारत की अटैकिंग स्पीड को धीमा करके मेन गेम-प्लान बिगाड़ने की कोशिश की।

@TheHockeyIndia

लेकिन दो मिनट के क्वार्टर ब्रेक ने भारत को नई शुरुआत दी। दूसरे क्वार्टर के महज तीन मिनट के अंदर मनमीत सिंह ने दूसरा गोल दागा और यहीं से मैच की दिशा पूरी तरह बदल गई।

इसी क्वार्टर में भारत ने अपने हाई-स्कोरिंग गेम की लय पकड़ ली—मनमीत ने 26वें मिनट में गोल किया, जबकि 29वें मिनट में अनमोल एक्का और दिलराज सिंह ने भी स्कोर बढ़ा दिया।

हाफटाइम तक भारत 5-0 से आगे था। तीसरे क्वार्टर में भारत ने मैच को एकतरफा बना दिया। शुरुआत के पांच मिनट में ही चार गोल हुए—मनमीत ने अपनी हैट्रिक पूरी की, जबकि दिलराज और अर्शदीप ने अपने-अपने गोलों की संख्या बढ़ाई। इसके बाद भी हमले जारी रहे और इस क्वार्टर में कुल सात गोल दागे गए।

ओमान की डिफेंसिव संरचना भारतीय फॉरवर्ड लाइन के लगातार हमलों के आगे बिखरती चली गई। तीसरे क्वार्टर के अंत तक स्कोर 12-0 हो चुका था। चौथे क्वार्टर में भारत की जीत औपचारिक लग रही थी, लेकिन टीम ने अपना अटैकिंग स्टैंडर्ड कम नहीं होने दिया।

भारत से गुरजोत सिंह (39′, 45′), इंगालेम्बा थौनाओजम लुवांग (43′, 50′), सरदा नंद तिवारी (55′), अजीत यादव (34′, 47′), अर्शदीप (4′, 33′, 40′), दिलराज (29′,32′, 58′), अनमोल एक्का (29′) और मनमीत सिंह (17′, 26′, 36′) के गोलों ने कुल मिलाकर 17-0 की ऐतिहासिक जीत दर्ज करा दी।

इस अहम जीत के बाद भारत अंकतालिका में स्विट्जरलैंड से 24 गोल आगे शीर्ष पर आ गया है। मैच एक और संकेत था कि भारतीय टीम केवल स्कोरिंग मशीन नहीं, बल्कि परिस्थिति पढ़ने, अपने खेल को री-कैलिब्रेट करने और दबाव को अवसर में बदलने की क्षमता रखती है।

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