भारत की सबसे बड़ी घरेलू हार पर बोले कार्तिक, ‘टीमें अब भारत से नहीं डरतीं’
साउथ अफ्रीका आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की मौजूदा विजेता है। भारत में भी ये टीम चैंपियन्स की तरह खेली और इंडिया को घर में ही क्लीन स्वीप कर दिया। दो मैचों की टेस्ट सीरीज साउथ अफ्रीका ने 2-0 से जीती।
25 साल बाद साउथ अफ्रीका ने फिर से भारत को घर पर 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया। भारत को कोलकाता में 30 रन से और गुवाहटी में 408 रन से हार मिली।
भारत की ये रनों के हिसाब से सबसे बड़ी हार थी। इस शर्मनाक हार के बाद पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने बयान दिया है कि भारतीय टीम का औरा समाप्त हो गया है।

दिनेश कार्तिक ने कहा कि भारत टेस्ट क्रिकेट के संकट से गुजर रहा है। उनका दावा है कि हाल ही में 2-0 की हार के बाद टीम की घर पर लंबे समय से चली आ रही सफलता कमजोर हो गई है।
इंस्टाग्राम पर एक वीडियो में उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में भारत का औरा फीका पड़ गया है। इसके पीछे का कारण ये भी है कि भारत पिछली तीन में से दो सीरीज हार गया है, जिनमें दोनों सीरीज भारत ने क्लीन स्वीप के तौर पर झेली हैं।
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कार्तिक ने कहा, “टीमें टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए भारत आने से डरती थीं, लेकिन अब उनको ऐसा नहीं लग रहा होगा। 12 महीने के अंदर दूसरा व्हाइटवॉश हमने झेला है। भारत में खेली गई पिछली तीन सीरीज में से दो में भारतका व्हाइटवॉश हुआ है। टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए यह मुश्किल समय है और कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं।”
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा है कि गेंदबाज परफॉर्म नहीं कर पा रहे हैं। दिनेश कार्तिक ने कहा, “भारत में पेसर्स और स्पिनर्स आउट-बॉल हो रहे हैं। बहुत ज्यादा ऑलराउंडर्स खिलाए जा रहे हैं। नॉमिनेटेड पेस ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी ने पूरे डोमेस्टिक कैलेंडर सीजन में 14 ओवर बॉलिंग की है।
भारत के सिर्फ दो प्लेयर्स ने इस टेस्ट सीरीज में सेंचुरी बनाईं। साउथ अफ्रीका के सात प्लेयर्स ने सेंचुरी बनाई हैं।” कार्तिक यहीं नहीं रुके। उन्होंने फैक्ट्स पर बात की और नंबर 3 के बल्लेबाज को कोसा और कहा, “WTC साइकिल में, भारत के नंबर 3 का टेस्ट मैच की पहली इनिंग में दूसरा सबसे खराब रिकॉर्ड है, जिसका एवरेज 26 है।
हमारा नंबर 3 कौन है? वाशिंगटन कोलकाता में नंबर 3 पर खेलते हैं और साई सुदर्शन गुवहाटी में नंबर 3 पर खेलते हैं। क्या बदलाव और काट-छांट भारत के लिए फायदेमंद है या हमें और ज्यादा स्टेबिलिटी और कंसिस्टेंसी की जरूरत है? अगला टेस्ट मैच सात महीने बाद है। क्या हम इसे भूल जाएंगे? यही बड़ा सवाल है। इस टेस्ट टीम को वापस आने और पहले जैसा अच्छा बनने के लिए क्या करना होगा?”



