भारत ने इज़राइल के साथ कृषि, प्रौद्योगिकी और व्यापार के क्षेत्र में रणनीतिक सहयोग पर दिया जोर

राघवेंद्र प्रताप सिंह: हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इजराइल की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान कई बैठकें कीं, जिससे कृषि, प्रौद्योगिकी, नवाचार और व्यापार के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिला है। गौरतलब है कि भारत और इजरायल के बीच कृषि क्षेत्र में अति महत्वपूर्ण साझेदारियां है। सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से पोटाश जैसे उर्वरक की प्राप्ति दोनों देशों के आपसी सहयोग के स्तर को दिखाता है। पीयूष गोयल ने इज़राइल के कृषि एवं खाद्य सुरक्षा मंत्री एवी डिचर से कृषि सहयोग को आगे बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की और डिचर ने पीयूष गोयल को इज़राइल के 25 वर्षीय खाद्य सुरक्षा रोडमैप, उसकी उन्नत बीज-सुधार रणनीतियों और कृषि के लिए जल-पुनः उपयोग प्रौद्योगिकियों में देश के वैश्विक नेतृत्व के बारे में जानकारी दी।
इस यात्रा के दौरान पीयूष गोयल को इजरायल में ड्रिप सिंचाई प्रणाली, स्टेंट तकनीक और आयरन डोम प्रणाली सहित कई ऐतिहासिक नवाचारों के साथ-साथ उभरती हुई भविष्य की तकनीकों और इमर्सिव वर्चुअल-रियलिटी समाधानों की जानकारी दी गयी। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की और सहयोग के नए क्षेत्रों की खोज की। इसके बाद भारत-इज़राइल व्यापार मंच की बैठक हुई जिसमें दोनों देशों के मंत्रियों और वरिष्ठ उद्योगपतियों ने भाग लिया। इस मंच में तकनीकी सत्र और बी2बी (बिज़नेस टू बिज़नेस) संवाद शामिल थे, जो प्रौद्योगिकी, नवाचार, कृषि और उन्नत विनिर्माण में सहयोग बढ़ाने में निजी क्षेत्र की गहरी रुचि को दर्शाता है। पीयूष गोयल ने इस यात्रा के दौरान भारत-इज़राइल संबंधों की विश्वास-आधारित नींव पर ज़ोर दिया और फिनटेक, एग्रीटेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग, फार्मास्यूटिकल्स, अंतरिक्ष और रक्षा जैसे क्षेत्रों में व्यापक अवसरों का उल्लेख किया।
पीयूष गोयल ने उद्योग जगत के साथ बातचीत के दौरान चेक पॉइंट (साइबर सुरक्षा), आईडीई टेक्नोलॉजीज़ (जल समाधान), एनटीए (मेट्रो परियोजनाएं) और नेटाफिम (सटीक कृषि) सहित प्रमुख इज़राइली कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। ये चर्चा साइबर सुरक्षा सहयोग, जल एवं सीवेज प्रबंधन, शहरी गतिशीलता समाधान और उन्नत सिंचाई प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित रही। ये क्षेत्र भारत की विकास प्राथमिकताओं से निकटता से जुड़े हुए हैं।
इस यात्रा के दौरान एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भारत-इज़राइल मुक्त व्यापार समझौते के लिए संदर्भ शर्तों पर हस्ताक्षर करना था। दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए विश्वास व्यक्त किया कि बातचीत एक संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेगी।



