गिल की चोट से बदला टीम कॉम्बिनेशन : दक्षिण अफ्रीका वनडे से पहले भारत की मुश्किलें बढ़ीं
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 30 नवंबर से खेले जाने वाली वनडे सीरीज से ठीक पहले भारतीय टीम का संयोजन अचानक बदलने पर मजबूर हो गया है। शुभमन गिल की गर्दन की चोट ने न सिर्फ टीम की सलामी जोड़ी पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि चयनकर्ताओं के सामने नई कप्तानी और टीम बैलेंस की चुनौती भी रख दी है।
बीसीसीआई के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, गिल की समस्या महज़ सामान्य ऐंठन नहीं है; मेडिकल टीम उनकी गर्दन की मांसपेशियों या टिश्यू में संभावित चोट की जांच कर रही है।
गिल को कोलकाता टेस्ट के दौरान परेशानी हुई थी और गुवाहाटी टेस्ट से वह बाहर रहे। अभी वे मुंबई में एमआरआई समेत कई परीक्षणों से गुजर रहे हैं, और टीम प्रबंधन उनकी जल्द वापसी को लेकर किसी भी तरह की जल्दबाज़ी के मूड में नहीं है। गिल की गैरमौजूदगी ने कप्तानी के लिए ऋषभ पंत को लगभग सबसे मजबूत विकल्प के रूप में आगे कर दिया है।

पंत पहले ही दूसरे टेस्ट में टीम की कमान संभाल रहे हैं। रोहित शर्मा टीम में मौजूद हैं, लेकिन चर्चा है कि वनडे कप्तानी पंत या केएल राहुल में से किसी एक को सौंपी जा सकती है। सलामी क्रम में अब रोहित शर्मा के साथ यशस्वी जायसवाल के उतरने की संभावना है, जबकि अभिषेक शर्मा संभावित रिज़र्व ओपनर के रूप में देखे जा रहे हैं।
गेंदबाजी में हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह की युवा-तजुर्बा मिश्रित तिकड़ी को जिम्मेदारी मिल सकती है, क्योंकि जसप्रीत बुमराह को आराम दिए जाने की संभावना है।
स्पिन विभाग भी बदलाव के दौर से गुजर सकता है। निजी कारणों से कुलदीप यादव ब्रेक पर जा सकते हैं, जिससे अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती और वॉशिंगटन सुंदर पर पूरा भार आ सकता है।
वहीं हार्दिक पंड्या अपनी फिटनेस मैनेजमेंट के चलते अगले साल विश्व कप तक सिर्फ टी20 प्रारूप ही खेलेंगे। गिल, जिन्हें शुक्रवार को टेस्ट टीम से रिलीज़ किया गया, हालाँकि टीम के साथ गुवाहाटी पहुँचे थे, लेकिन गर्दन का दर्द कम न होने के कारण उनका खेलना जोखिम भरा माना गया।
बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक ने भी स्पष्ट किया कि टीम किसी भी तरह की स्थिति बिगड़ने से बचना चाहती है। गिल की अनुपस्थिति ने भले ही भारतीय टीम की योजनाओं को झटका दिया हो, लेकिन साथ ही यह सीरीज अब कई खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने और विश्व कप साल में अपनी जगह पक्की करने का बड़ा मौका बन गई है।



