सेमीफाइनल का रोमांच : कोबोली ने इतिहास रचते हुए टीम को फाइनल में पहुँचाया
डेविस कप में रोमांच और भावनाओं का ऐसा संगम शायद ही अक्सर देखने को मिलता है। इटली के फ्लेवियो कोबोली ने सेमीफाइनल में बेल्जियम के जिजोउ बर्ग्स के खिलाफ एक नाटकीय मैच में सात मैच प्वाइंट बचाते हुए टीम को फाइनल में पहुंचाया। कोबोली ने 6-3, 6-7 (5), 7-6 (15) से जीत दर्ज की, और इस प्रदर्शन ने उन्हें देश के हीरो के रूप में उभारा।
मैच के दौरान कोबोली ने खुद छह मैच प्वाइंट गंवाए, लेकिन अंततः इटली को दो बार के चैंपियन के रूप में फाइनल की राह दिखाई। जीत के बाद उनका जश्न अनियंत्रित हो गया — उन्होंने अपनी शर्ट उतारी और टीम के साथ भावुक क्षण साझा किया। इसके तुरंत बाद वह बर्ग्स के पास गए, जिन्होंने हार के बाद कुर्सी पर बैठकर आंसू बहाए।
डेविस कप के इतिहास में 17-15 का अंतिम सेट टाईब्रेक अब छठा सबसे लंबा माना जाएगा, और यह मैच लंबे समय तक याद किया जाएगा। कोबोली ने कहा, “हमने देश के लिए संघर्ष किया, और यह जीत मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। मैं अपनी पूरी टीम और परिवार के लिए खेला।

यह मेरे जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक है।” इटली के लिए यह जीत विशेष मायने रखती है क्योंकि कोबोली के शानदार प्रदर्शन से टीम को युगल मुकाबला खेलने की जरूरत नहीं पड़ी और इटली ने 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की। इससे पहले माटेओ बेरेटिनी ने राफेल कोलिग्नन को 6-3, 6-4 से हराकर इटली को शुरुआती बढ़त दी थी।



