दिलीप दोशी के सम्मान में भारतीय और इंग्लिश क्रिकेटरों ने बांधी काली पट्टी
भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में पहले टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन का खेल हो रहा है। दोनों टीमों के खिलाड़ी मंगलवार को मैदान पर काली पट्टी बांधकर उतरे हैं। क्रिकेट फैंस के मन में सवाल है कि खिलाड़ियों ने अपनी बांह पर क्यों काली पट्टी बांधी है? दरअसल, इसके कारण गमजदा करने वाला है, जो बीसीसीआई ने बताया।

खिलाड़ियों ने भारत के पूर्व स्पिनर दिलीप दोशी के सम्मान में ऐसा किया, जिनका सोमवार को निधन हो गया। खिलाड़ियों ने अंतिम दिन का खेल शुरू होने से पहले दोशी की याद में मौन भी रखा।
बीसीसीआई ने ‘एक्स’ पर भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ”दोनों टीमें आज पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप दोशी की याद में काली पट्टी बांधकर खेल रही हैं। टीमों ने पांचवें दिन की शुरुआत से पहले एक मिनट का मौन भी रखा।” दोशी का लंदन में दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ। वह 77 साल के थे।
उन्होंने 1979 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद 1983 तक 33 टेस्ट और 15 वनडे खेले। उन्होंने टेस्ट में 114 और वनडे में 22 विकेट चटकाए।
परिवार में दोशी अपने पीछे पत्नी कालिंदी, बेटे नयन और बेटी विशाखा को छोड़ गए हैं। नयन सरे और सौराष्ट्र के लिए खेल चुके हैं। दोशी ने सौराष्ट्र और बंगाल के अलावा इंग्लैंड में वार्विकशायर और नॉटिंघमशायर के लिए भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला। भारतीय क्रिकेट समुदाय ने दिलीप दोशी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने 1990 के इंग्लैंड दौरे में दोशी के साथ अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ”मैं दिलीप भाई से पहली बार 1990 में ब्रिटेन में मिला था और उस दौरे पर उन्होंने मुझे नेट्स पर गेंदबाजी की थी। वह मुझसे बहुत प्यार करते थे और मैंने भी उनकी भावनाओं का सम्मान किया। मुझे उनकी बहुत याद आएगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।”
दोशी के साथ खेल चुके पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और मुख्य कोच रह चुके रवि शास्त्री ने उन्हें ‘‘बेदाग, एक सज्जन व्यक्ति और बेहतरीन गेंदबाज’’ के रूप में याद किया। शास्त्री ने कहा, ”उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले। दिलीप दोशी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ।”
वहीं, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने बयान में कहा, ”दिलीप दोशी के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ है। वह स्पिन गेंदबाजी के सच्चे कलाकार थे। वह मैदान के अंदर और बाहर एक सज्जन व्यक्ति और भारतीय क्रिकेट के समर्पित सेवक थे। भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।”
पूर्व भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने कहा, ”दिलीप भाई के निधन के बारे में सुनकर दिल टूट गया। भगवान उनके परिवार और दोस्तों को इस दुख को सहने की शक्ति दे। नयन (दोशी के पुत्र) तुम्हारे बारे में सोच रहा हूं दोस्त।”



