संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों के खिलाफ हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की रिपोर्ट में महत्वपूर्ण खुलासा

राघवेंद्र प्रताप सिंह: संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों के खिलाफ हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की नवीनतम रिपोर्ट के मुताबिक, नाबालिगों के खिलाफ 41,370 गंभीर अपराधों की पुष्टि हुई है, जिसमें 36,221 घटनाएं 2024 में हुईं। 4,500 से अधिक बच्चों की जान गई और 7,000 के करीब घायल हुए।
इस्राइली हमलों का शिकार बनता गाजा हो या रूस से जंग लड़ता यूक्रेन अथवा गुटीय संघर्ष झेलते कांगो या हैती, युद्ध की विभीषिका के सबसे बड़े शिकार बच्चे बन रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2024 में संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं 2023 के मुकाबले 25 फीसदी तक बढ़ी हैं।
गंभीर मामलों में बच्चों की हत्या, हमलों के कारण शारीरिक रूप से अक्षम होना, हिंसक गतिविधियों के लिए बच्चों की भर्ती, अपहरण, यौन हिंसा, स्कूलों-अस्पतालों पर हमले और मानवीय सहायता न मिल पाना शामिल है। रिपोर्ट बताती है कि सबसे बुरा हाल गाजा का है, जहां 1,259 फलस्तीनी बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
संयुक्त राष्ट्र ने रूसी सेना और संबंधित सैन्य बलों को लगातार तीसरे साल अपनी सूची में शामिल किया। रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में उल्लंघन की 1,914 घटनाओं में यूक्रेन के 673 बच्चे प्रभावित हुए, जिनमें 94 की जान गई। स्कूलों पर हमले की 559 घटनाएं सामने आईं।



