बसंप पंचमी के पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज में उमड़ श्रद्धालु, जानिए क्या है सरकार की तैयारियां

बीएस राय: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन (यूपीएसआरटीसी) ने बसंत पंचमी पर महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज में उमड़ने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने के लिए शटल और आरक्षित बसों का एक समर्पित बेड़ा तैनात किया है। सोमवार को होने वाले इस त्योहार के साथ ही लाखों तीर्थयात्री और पर्यटक त्रिवेणी के पवित्र तट पर पहुंचने लगे हैं।
यूपी सरकार के एक बयान में कहा गया है कि 2 फरवरी की शाम तक लगभग 35 करोड़ लोगों ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई थी। बयान में कहा गया है कि यूपीएसआरटीसी ने श्रद्धालुओं की सुचारू और व्यवस्थित वापसी सुनिश्चित करने के लिए चार अस्थायी बस स्टेशनों से संचालित 2,500 बसें आरक्षित की हैं।
सबसे अधिक आवंटन झूंसी में 1,500 बसों का है, इसके बाद लखनऊ जाने वाले यात्रियों के लिए बेला कछार में 600, कानपुर जाने वाले यात्रियों के लिए नेहरू पार्क में 300 और मिर्जापुर और बांदा जाने वाले पर्यटकों के लिए 100 बसें हैं। बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, महाकुंभ के निकट अस्थायी बस स्टेशनों और प्रमुख स्थानों के बीच श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए हर दो मिनट में 550 शटल बसें चलेंगी।
बयान में कहा गया है कि भीड़भाड़ को रोकने और सभी आगंतुकों के लिए परेशानी मुक्त अनुभव सुनिश्चित करने के लिए विशेष उपाय लागू किए गए हैं। बसंत पंचमी स्नान को लेकर मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बसों को तिरछा या बेतरतीब खड़ा न किया जाए। इससे जाम की स्थिति पैदा होती है। लोगों की आवाजाही बाधित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्लानिंग के साथ रणनीति बनाने के निर्देश दिए। व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए जितने अच्छे अधिकारियों की आवश्यकता है, वह शासन से उपलब्ध कराई जाएगी। किसी को जनता के साथ खिलवाड़ करने का कोई हक नहीं है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बसंत पंचमी के अमृत स्नान हेतु सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा कर विभागीय और अन्तरजनपदीय समन्वय बनाकर आयोजन को सफल बनाएं। जिन जगहों पर भी बैरियर लगाए जाएं, उन्हें मजबूती से स्थापित किया जाए। साइनेजेज को ऊँचाई पर स्थापित करें और वहां प्रकाश की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सैटेलाइट फोन के उपयोग पर जोर दिया। संवेदनशील स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। यमुना ब्रिज, शास्त्री ब्रिज से किसी भी स्थिति में भीड़ क्रॉस नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पाण्टून पुलों को व्यवस्थित तरीके से संचालित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने रेलवे की व्यवस्थाओं को लेकर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि रेलवे ने बहुत अच्छा काम किया है। स्टेशनों पर अच्छी व्यवस्था की गई, जिसका लाभ यात्रियों को मिला है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देर्शित किया कि रेलवे की व्यवस्था को लेकर कहीं कोई समस्या हो, तो मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराया जाए। 03 फरवरी को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और नेपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इसके दृष्टिगत समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। अधिकारीगण समन्वय के साथ कार्य करें। लोगों का मूवमेण्ट फ्रीक्वेण्ट होना चाहिए। बैरीकेडिंग जहां आवश्यक हो वहां लगाएं। भीड़ के प्रवाह को रोकें नहीं, बल्कि उन्हें बड़े स्पेस में ले जाकर डायवर्ट करें।
योगी ने झूंसी क्षेत्र के आसपास रहने वाले संदिग्ध लोगों के पुलिस वेरिफिकेशन पर भी जोर दिया। अतिक्रमण भी दुर्घटना का कारण बनता है। स्ट्रीट वेण्डर्स उचित स्थानों पर ही अपनी दुकानें संचालित करें। मार्गों पर नियमित रूप से पुलिस पेट्रोलिंग की जाए। क्रेन्स और एम्बुलेंस की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। स्वच्छता पर विशेष बल दिया जाए। सभी टॉयलेट साफ-सुथरे होने चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारी पहचान है। नदियों के किनारे कूड़ा न दिखाई दे। मेला क्षेत्र में सड़कों पर धूल न उड़े, इसके लिए नियमित रूप से पानी का छिड़काव हो।