विजय हजारे ट्रॉफी : कर्नाटक और महाराष्ट्र की सेमीफाइनल में एंट्री
सलामी बल्लेबाज शाश्वत रावत की शतकीय पारी के बावजूद बड़ौदा कर्नाटक के खिलाफ नहीं जीत सकी और मयंक अग्रवाल की टीम ने पांच रन से मुकाबला जीतकर विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंची।
कर्नाटक ने टॉस हराकर पहले बल्लेबाजी करते हुए देवदत्त पडिक्कल के 102 रन और अनीश केवी के 52 रनों से 50 ओवर में आठ विकेट पर 281 रन बनाए। जवाब में बड़ौदा के लिए शाश्वत ने 104 रन की पारी खेली, लेकिन टीम 49.5 ओवर में 276 रन पर ऑलआउट हुई।

कर्नाटक की जीत में पडिक्कल के अलावा तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा की अहम भूमिका रही। पडिक्कल ने जहां घरेलू क्रिकेट में वापसी पर कमाल किया, वहीं प्रसिद्ध के डेथ ओवरों में शानदार स्पैल से कर्नाटक ने बड़ौदा पर रोमांचक जीत दर्ज की।
शाश्वत के शतक से बड़ौदा जीत की ओर बढ़ता दिख रहा था और आखिरी पांच ओवर में उसे 44 रन ही चाहिए थे। प्रसिद्ध कृष्णा ने हालांकि 47वें ओवर में दो विकेट लेकर मैच का रूख बदल दिया।
उन्होंने पहले रावत को विकेट के पीछे लपकवाया और पांचवीं गेंद पर महेश पिठिया को पवेलियन भेजा। बड़ौदा को आखिरी ओवर में 12 रन चाहिए थे और उसके दो विकेट बाकी थे, लेकिन राज लिम्बानी और भार्गव भट्ट चार गेंद के भीतर ही रन आउट हो गए।
एक अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबले में महाराष्ट्र ने पंजाब को 70 रनों से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई। युवा अर्शिन कुलकर्णी ने लिस्ट ए क्रिकेट में पहला शतक जमाया और 107 रनों की पारी खेली, जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज नितिन नाईक के 29 गेंदों पर आक्रामक नाबाद अर्धशतक से महाराष्ट्र ने पंजाब पर शानदार जीत दर्ज की।
महाराष्ट्र की जीत में अंकित बावने ने भी योगदान दिया और 60 रन बनाए। अर्शिन और बावने के बीच तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी हुई। महाराष्ट्र ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में छह विकेट पर 275 रन बनाए।
पंजाब के लिए तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने प्रभावित किया और तीन विकेट झटके, लेकिन उनकी मेहनत बेकार गई क्योंकि लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब की टीम 44.4 ओवर में 205 रन पर ऑलआउट हुई।
अर्शदीप ने गेंदबाजी के बाद बल्लेबाजी में भी प्रभावित किया और उन्होंने नौवे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 39 गेंद में 49 रन बनाए। महाराष्ट्र के लिए मुकेश चौधरी ने आठ ओवर में 44 रन देकर तीन और प्रदीप दाढे ने 9.4 ओवर में 31 रन देकर दो विकेट लिए।