सेमीफाइनल में भारत की करारी हार, श्रीजेश ने बताए बड़े मैच प्रेशर के कारण
7 बार जूनियर मेंस हॉकी विश्व कप जीतने वाली और मौजूदा विजेता जर्मनी के हाथों भारत को जूनियर पुरूष हॉकी विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में 1-5 से करारी हार मिली। इस हार का कारण भारत की जूनियर हॉकी टीम के मुख्य कोच पीआर श्रीजेश ने बताया है।
महान गोलकीपर पीआर श्रीजेश का कहना है कि खिलाड़ी बड़े मैच का दबाव नहीं झेल सके और सेमीफाइनल में हार गए। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में ज्यादा से ज्यादा कांस्य पदक अपने नाम कर सकती है। ब्रॉन्ज मेडल मैच मंगलवार 9 दिसंबर को खेला जाएगा।
मैच के बाद पीआर श्रीजेश ने कहा, ‘‘हम अपेक्षा के अनुरूप नहीं खेल पाए। जूनियर विश्व कप के सेमीफाइनल जैसे मैच में आसान मौके गंवाने से काम नहीं चलता।’’

भारतीय टीम पहले हाफ में ही तीन गोल से पिछड़ गई थी। भारत को एकमात्र पेनल्टी कार्नर मैच खत्म होने में दस मिनट बाकी रहते मिला, जिसे अनमोल इक्का ने गोल में भी बदला। हालांकि, तब तक मैच का नतीजा तय हो चुका था।
दो बार के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता श्रीजेश ने कहा, ‘‘हमें काफी मौके मिले, लेकिन हम उन्हें भुना नहीं सके। हम मैच में एक ही पेनल्टी कॉर्नर बना सके जिस पर गोल भी हुआ, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।’’
यह पूछने पर कि क्या टीम पर मानसिक दबाव था, कोच ने कहा ,‘‘ऐसा नहीं था, लेकिन कई बार माहौल और बड़े मैच का दबाव युवा खिलाड़ियों पर आ जाता है। विरोधी टीम अच्छा खेलती है तो हम बेसिक्स भूल जाते हैं। ये अनुभव से सीखेंगे और मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन होगा।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘आपको पहले ही मिनट से विरोधी टीम के बराबर खेलना होता है, क्योंकि एक बार दबाव बनने के बाद उससे बाहर निकलना मुश्किल होता है। तीन गोल खाने के बाद मैच में वापसी करना आसान नहीं होता और हम उस दबाव से निकल नहीं पाये।
यही हार का प्रमुख कारण रहा।’’ टीम इंडिया को अब आखिरी मुकाबले में कांस्य पदक के लिए दूसरा सेमीफाइनल हारने वाली अर्जेंटीना टीम से भिड़ना होगा। क्वार्टर फाइनल मैच में भी भारतीय टीम जैसे-तैसे जीत पाई थी।



