भारत की असली परीक्षा शुरू : बेल्जियम के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में चुनौती

भारत ने एफआईएच पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप के पूल चरण में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन अब असली चुनौती सामने है। चिली, ओमान और स्विट्जरलैंड जैसे अपेक्षाकृत कमजोर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ भारत ने न सिर्फ जीत दर्ज की, बल्कि 29 गोल करते हुए एक भी गोल नहीं खाया।

इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद, भारत को यह अच्छी तरह से समझ में आ चुका है कि पूल चरण में हासिल की गई सफलता अब उनके लिए मायने नहीं रखती।

अब शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में भारत का सामना बेल्जियम से होने जा रहा है, और यह मुकाबला उनके लिए किसी भी मायने में साधारण नहीं होगा। भारत ने पिछले मैचों में जबरदस्त खेल दिखाया है, खासकर गोल स्कोरिंग में, जिसमें 18 मैदानी गोल और 9 पेनल्टी कॉर्नर गोल शामिल हैं।

साभार : गूगल

लेकिन पूल बी की आसान राह अब खत्म हो चुकी है, और श्रीजेश की कोचिंग वाली टीम को जानती है कि इस स्टेज पर कोई भी चूक उनके खिताब जीतने के सपने को चकनाचूर कर सकती है।

भारत की असली परीक्षा अब शुरू होने वाली है। हालाँकि, पूल चरण में भारत ने चिली और ओमान के खिलाफ दबदबा बनाए रखा और स्विट्जरलैंड को 5-0 से हराया, स्विस टीम ने भारत की रक्षापंक्ति को कड़ी चुनौती दी थी।

गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह और बिक्रमजीत सिंह ने शानदार बचाव किया, लेकिन पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करना अब भी एक चिंता का विषय है।

शिलानंद लाकड़ा ने पिछले मैच में दो पेनल्टी कॉर्नर गोल किए, लेकिन कप्तान रोहित और अनमोल एक्का से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। भारत के स्ट्राइकरों ने पूल चरण में शानदार प्रदर्शन किया है। दिलराज सिंह ने 6 गोल, मनमीत ने 5, और अर्शदीप सिंह ने 4 गोल किए हैं।

इसके अलावा, अजीत यादव और गुरजोत सिंह ने भी दो-दो गोल किए, जिससे भारतीय आक्रमण को मजबूती मिली है। मध्यपंक्ति में रोसन कुजूर, एड्रोई एक्का, अंकित पाल और इंगलेम्बा लुवांग थोउनाओजम ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, लेकिन उनकी असली परीक्षा अब बेल्जियम के खिलाफ होने वाली है।

हालांकि भारतीय टीम ने पहले ही बेल्जियम की ताकत को समझ लिया है। बेल्जियम ने अपने पूल में दूसरे स्थान पर रहते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है और उसने अब तक 22 गोल किए हैं, जिसमें 11 मैदानी गोल और इतने ही पेनल्टी कॉर्नर गोल शामिल हैं।

श्रीजेश भी इस बात से अवगत हैं कि जूनियर विश्व कप कोई आसान टूर्नामेंट नहीं है। उन्होंने कहा, “अगला मैच असली टूर्नामेंट की शुरुआत है। हमें अब उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना होगा, जिनमें सुधार की जरूरत है।”

श्रीजेश की यह चेतावनी भारत को जागरूक करती है कि उन्हें अपनी खेल शैली को और भी मजबूत बनाना होगा। जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा, किसी भी प्रकार की गलती भारी पड़ सकती है।

क्वार्टर फाइनल में अन्य मुकाबले भी रोमांचक होंगे। स्पेन का सामना न्यूज़ीलैंड से, फ़्रांस का सामना जर्मनी से और नीदरलैंड का सामना अर्जेंटीना से होगा। यह टूर्नामेंट अब एक नए मोड़ पर आ चुका है, और भारत के लिए यह जीत का समय है या फिर उनके खिताब जीतने का सपना चकनाचूर हो सकता है।

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