हंगरी के अनुभवी पीटर गेबेई की अगुवाई में नई दिल्ली में आइस हॉकी रेफरी प्रशिक्षण
नई दिल्ली (गुरुग्राम) : रॉयल एनफ़ील्ड आइस हॉकी सीज़न 3 के तहत रेफरी ट्रेनिंग प्रोग्राम इस समय आईस्केटबाय रोज़िएट में चल रहा है, जो 2025–26 सीज़न के दूसरे ऑन-ग्राउंड क्षमता-विकास हस्तक्षेप को चिह्नित करता है।
1 से 5 दिसंबर तक आयोजित इस कार्यक्रम में लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 20 से अधिक अधिकारियों ने भाग लिया है, जो हिमालयी क्षेत्रों में आइस हॉकी की तकनीकी नींव को मजबूत करने पर रॉयल एनफ़ील्ड के निरंतर ध्यान को दर्शाता है।
लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 20 अधिकारी ले रहे प्रशिक्षण
नई दिल्ली में ऑन-आइससत्र से पहले, प्रतिभागी अधिकारियों ने इस संरचित, पूरे सीज़न चलने वाले रेफरी डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत चार वर्चुअल मॉड्यूल पूरे किए। इन ऑनलाइन सत्रों ने बुनियादी ऑफिशिएटिंग अवधारणाओं से परिचित कराया, जिससे सभी रेफरी नियमों, मैकेनिक्स और परिस्थिति जन्य निर्णय लेने की साझा समझ के साथ ऑन-आइस प्रशिक्षण शुरू कर सके।

प्रशिक्षण का नेतृत्व हंगरी के अनुभवी आइस हॉकी प्रोफेशनल पीटरगेबेई कर रहे हैं, जिन्हें खिलाड़ी, रेफरी और ऑफिशिएटिंग कोच के रूप में चार दशकों से अधिकका अनुभव है।

हंगरी की राष्ट्रीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और 57 अंतरराष्ट्रीय मैचों के अनुभवी, पीटर ने अपने खेल करियर के बाद रेफरी की भूमिका निभाई और ऑस्ट्रियन हॉकी लीग (अर्स्ट बैंक ऐशो की लीगा) तथा कॉन्टिनेंटल हॉकी लीग (केएचएल) जैसी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय लीगों में ऑफिशिएट किया।
इंटरनेशनल आइस हॉकी फेडरेशन (आईएचएफ) टॉप डिवीजन वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए उनका चयन उनकी तकनीकी उत्कृष्टता और उच्चस्तरीय निरंतरता को दर्शाता है। वरिष्ठ रेफरी के रूप में वेवैश्विक आईएचएफ प्रतियोगिताओं में ऑफिशिएटिंग करते रहते हैं।

ऑफिशिएटिंग के अलावा, पीटर ने आईएचएफ ऑफिशिएटिंग इंस्ट्रक्टर के रूप में उभरते रेफरीज़ का मार्ग दर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने संरचित शिक्षा मार्ग विकसित करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत ऑफिशिएटिंग इको सिस्टम बनाने में योगदान दिया है। उनका नेतृत्व भारतीय संदर्भ में वैश्विक मानकों और विशेषज्ञता को सीधे लेकर आता है।
हिमालयी आइस हॉकी विकास के ब्लूप्रिंट के अनुरूप, रेफरी ट्रेनिंग प्रोग्राम उभरते क्षेत्रों में खेल के विकास के लिए आवश्यक प्रशासनिक और ऑफिशिएटिंग मानकों को मजबूत करता है।

सप्ताह भर चलने वाला यह प्रशिक्षण कक्षा सत्रों, ऑन-आइस डेमोंस्ट्रेशन और सिचुएशनल मूल्यांकन को सम्मिलित करता है, ताकि तकनीकी रूप से सक्षम अधिकारियों का एक समूह तैयार किया जा सके, जो डेवलपमेंटल प्रतियोगिताओं और समुदाय-आधारित टूर्नामेंटों को समर्थन दे सके।
नई दिल्ली में कार्यक्रम पूर्ण होने के बाद, प्रशिक्षित अधिकारी लद्दाख और हिमाचल प्रदेश जाएंगे, जहाँ वेलर्न टूप्ले गतिविधियों में सहयोग करेंगे और शुरुआती सीज़न के क्षेत्रीय कैंपों में ऑफिशिएट करेंगे।
इसके बाद वे 2026 की शुरुआत में होने वाली डेवलपमेंटल लीग्स—लद्दाख में रॉयल एनफ़ील्ड आइस हॉकी लीग (आरईआईएचएल) और हिमाचल प्रदेश में स्पीतिकप (रॉयलएनफ़ील्डद्वारासंचालित)—के मुख्य ऑफिशि एटिंग समूह का हिस्सा बनेंगे।
ऐसी संरचित पहलों के माध्यम से, रॉयल एनफ़ील्ड अपनी सामाजिक मिशन के तहत खेल के माध्यम से हिमालयी समुदायों को सशक्त बनाने, तकनीकी मानकों को मजबूत करने, युवाओं और महिलाओं के लिए अवसर बढ़ाने और क्षेत्र में एक विश्वसनीय और टिकाऊ शीतकालीन खेल इको सिस्टम विकसित करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।



