क्रिकेट के हर पल का आनंद : रोहित शर्मा की कहानी
वर्ल्ड कप 2023 भले ही भारत के नाम नहीं रहा, लेकिन टीम इंडिया ने जिस क्रिकेट का प्रदर्शन किया, वह हमेशा यादगार रहेगा। दो साल गुजर जाने के बावजूद कोई भी इस टीम की ताकत या खेल पर सवाल नहीं उठा सकता।
विराट कोहली के 765 रन, रोहित शर्मा के 597 रन, श्रेयस अय्यर के 530 रन, मोहम्मद शमी के 24 विकेट और जसप्रीत बुमराह के 20 विकेट—ये आंकड़े सिर्फ आंकड़े नहीं, यह उस जुनून और मेहनत की कहानी हैं जो हर मैच में दिखाई दी। टीम ने सेमीफाइनल तक 10 मुकाबले जीतकर साबित किया कि यह टीम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार थी।
लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हारने के बाद, रोहित शर्मा को इसे पचाने में समय लगा। उन्होंने एक इंटरव्यू में साझा किया, “जब फाइनल हारा, मुझे 10-15 दिन तक यकीन नहीं हो रहा था कि हम कैसे हार गए। मैं तुरंत बाहर चला गया था, ताकि अपने दिमाग को स्विच ऑफ कर सकूं। लेकिन यह आसान नहीं था, क्योंकि हम उस जीत के बेहद करीब थे।”

रोहित ने आगे बताया कि टूर्नामेंट में क्रिकेट खेलने का अनुभव अलग ही स्तर का था। “हर मैच में सुबह उठकर मैच का इंतजार करना मज़ेदार था। नर्वस होने की जगह उत्साह था। 23 सालों में पहली बार मुझे ऐसा फील हुआ कि क्रिकेट का हर पल बस एंजॉय करना है।”
उन्होंने टीम के माहौल की भी तारीफ की, “हमारे अंदर का जो माहौल था, वह बेमिसाल था। यह सिर्फ जीत के कारण नहीं था, बल्कि क्योंकि हमारे मैनेजमेंट, कोचेस और सीनियर खिलाड़ी उस माहौल को संभालने में माहिर थे। हार के बावजूद वह माहौल नहीं बदलता, यही सबसे खास बात थी।”
वास्तव में, यह टीम केवल आंकड़ों या मैचों के लिए याद नहीं की जाएगी। इसे याद किया जाएगा उसके जुनून, टीम भावना और क्रिकेट के प्रति प्यार के लिए, जो हर भारतीय के दिल में लंबे समय तक बना रहेगा।



