रणजी ट्रॉफी : तमिलनाडु के मध्यक्रम का शानदार प्रदर्शन, यूपी के शुरुआती दबाव को पलटा
कोयंबटूर में रणजी ट्रॉफी एलीट ए ग्रुप के मैच में रविवार को तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश की टक्कर ने दर्शकों को शुरुआती घंटों में काफी रोमांचक नजारा दिखाया।
यूपी के तेज गेंदबाजों ने पहले घंटे में जैसे तमिलनाडु के बल्लेबाजों पर सख्त शिकंजा कस दिया था, उसी दबाव को मध्यक्रम के दो दिग्गज बल्लेबाजों ने अपनी शतकीय पारियों के दम पर पूरी तरह तोड़ दिया। सुबह की शुरुआत तमिलनाडु के लिए बेहद कठिन रही।
टीम का स्कोर महज 20 रन पर 3 विकेट गिर गया था और संकट की स्थिति और गहरी होती दिखाई दे रही थी। सलामी बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने के बाद मध्यक्रम भी जल्दी झुकता नजर आया।

कुशल तेज गेंदबाजों कुणाल त्यागी और आकिब खान ने अपनी स्विंग और गति से शुरुआत में ही यूपी के लिए तीन बड़े विकेट लेकर शानदार दबाव बनाया।
जैसे ही पारी का चौथा विकेट 71 रन पर गिरा, मैदान पर उतरे बाबा इंद्रजीत और आन्द्रे सिद्धार्थ ने न केवल टीम को संकट से उबारा बल्कि विपक्षी गेंदबाजों की खींची हुई रणनीति को पूरी तरह पलट दिया। इंद्रजीत ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए 128 रन बनाए।
वहीं सिद्धार्थ ने संयम और आक्रामकता का अद्भुत संतुलन दिखाते हुए 121 रन ठोक डाले। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 211 रनों की साझेदारी कर टीम की नैया डूबने से बचाई। पहले दिन की सुबह तमिलनाडु 26 ओवर में 41 रन पर 3 विकेट के झटके के बाद बुरी तरह लड़खड़ा रही थी।
यूपी के गेंदबाज लगातार विकेट लेने में सफल हो रहे थे, लेकिन मध्यक्रम के खिलाड़ियों ने अपनी समझदारी और आक्रामकता का जबरदस्त मिश्रण पेश किया। इंद्रजीत चोटिल होने के बाद भी मैदान में लौटे और अपनी पारी को शानदार शतक में बदल दिया।
उत्तर प्रदेश के लिए कुणाल त्यागी और आकिब खान ने दो-दो विकेट लिए, जबकि एक सफलता लेफ्ट-आर्म स्पिनर कार्तिक यादव को मिली। तमिलनाडु के दोनों शतकीय बल्लेबाजों ने यूपी के शुरुआती दबाव को न केवल झेल लिया, बल्कि उसे पूरी तरह पलट कर अपनी टीम को 5 विकेट पर 282 रन तक पहुंचाया।
इस जीत की राह में तमिलनाडु को अभी पहली जीत की तलाश है, लेकिन पहले दिन की पारी ने यह साफ कर दिया कि टीम में संघर्ष और संयम का अद्भुत मेल मौजूद है। यूपी ने शुरुआत में जिस तरह दबाव बनाया, उसका जवाब तमिलनाडु ने धैर्य और साहस से दिया, और यह पारी दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबले की उम्मीद जगाती है।



