WTC रैंकिंग में झटका: इंग्लैंड पर ओवर रेट की मार, माइकल वॉन भड़के
इंग्लैंड टेस्ट टीम ने भारत को तीसरे टेस्ट में 22 रन से हराकर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई। सीरीज का चौथा मैच 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर दमदार जीत हासिल करने के बाद इंग्लैंड को बुधवार को आईसीसी ने बड़ा झटका दिया।

धीमी ओवर गति के कारण उसके दो अंक काट दिए गए। इंग्लैंड को हुए इस नुकसान पर पूर्व क्रिकेटर माइकल वॉन नाराजगी जाहिर की है और आईसीसी के निर्णय पर सवाल खड़े किए है। उनका मानना है कि सिर्फ एक टीम को सजा देना उचित नहीं है।
माइकल वॉन ने बुधवार को ट्वीट करके लिखा, ”ईमानदारी से कहूं तो दोनों टीमों का लॉर्ड्स में ओवर रेट बहुत ही खराब था। सिर्फ एक टीम को ही कैसे सजा मिली है ये मेरे समझ से परे है।” बेन स्टोक्स के नेतृत्व वाली टीम पर टेस्ट के बाद मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया है। इंग्लैंड ने यह मैच 22 रन से जीता था।

दो अंक कटने के साथ ही इंग्लैंड की टीम बुधवार को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप तालिका में एक पायदान नीचे तीसरे स्थान पर खिसक गई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अनुसार मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इंग्लैंड पर यह जुर्माना लगाया क्योंकि उसकी टीम ने निर्धारित समय में दो ओवर कम किए थे।
भारत अभी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में चौथे स्थान पर है। इंग्लैंड के अब डब्ल्यूटीसी तालिका में 24 की जगह 22 हो गए हैं। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में इंग्लैंड के से 24 से घटकर 22 हो गए हैं। इस कारण उसका अंक प्रतिशत 66.67 प्रतिशत से घटकर 61.11 प्रतिशत हो गया।
श्रीलंका को इसका फायदा मिला जिसका प्रतिशत 66.67 है और वह इंग्लैंड को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘‘खिलाड़ियों और उनके सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता की न्यूनतम ओवर गति से जुड़ी धारा 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर उनके द्वारा निर्धारित समय में प्रत्येक ओवर कम फेंकने पर मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘इसके अलावा आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की खेल शर्तों के अनुच्छेद 16.11.2 के अनुसार निर्धारित समय में प्रत्येक ओवर कम होने पर टीम का प्रत्येक ओवर के लिए एक अंक काट दिया गया है। इस तरह से इंग्लैंड के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के कुल अंकों में से दो अंक काट दिए गए हैं।’’



