कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एवं ट्रीट’ की रणनीति कारगर सिद्ध हो रही: मुख्यमंत्री

27 जनपदों में कोविड का एक भी मरीज नहीं

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एवं ट्रीट’ की रणनीति कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराने तथा कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्था को प्रभावी बनाये रखने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 19 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 20 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 250 है। 27 जनपदों में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 2,08,106 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 07 करोड़ 25 लाख 27 हजार 53 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में टीकाकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश में अब तक 07 करोड़ 31 लाख 42 हजार 261 वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात के मौसम में बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की सम्भावना रहती है। इसके दृष्टिगत सर्विलान्स को और बेहतर किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आगामी 07 सितम्बर से 16 सितम्बर तक प्रदेशव्यापी सर्विलान्स कार्यक्रम संचालित किया जाए। इसके अन्तर्गत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित/कोविड के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान करें। इसके साथ ही, 45 वर्ष से अधिक आयु के जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है, उनकी सूची बनायी जाए तथा उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने शहरी व ग्रामीण इलाकों में साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाने तथा संचारी रोगों से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किये जाने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सचिवालय सहित सभी संवेदनशील शासकीय कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव गृह, ए0डी0जी0 कानून-व्यवस्था व सचिवालय प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी कर्मचारी व अधिकारी कार्यालय परिसर में पान, मसाला, गुटखा व तम्बाकू का सेवन न करे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सभी शासकीय कार्यालयों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा दिव्यांगजन श्रेणी के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति का वितरण समयबद्ध ढंग से किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव स्तर से इसकी समीक्षा कर मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट प्रेषित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, गोण्डा, श्रावस्ती सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ गांवों में बाढ़/अतिवृष्टि की समस्या है। बाढ़/अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य पूरी तत्परता से संचालित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए। इन्हें राशन व फूड पैकेट सहित सभी आवश्यक राहत सामग्री उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 सहित आपदा प्रबन्धन टीमें पूरी तरह सक्रिय मोड में रहें।

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