स्वरोजगार महाकुंभ ने युवाओं की उम्मीदों को लगाए पंख
- यूपी के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ रोजगार से जोड़ने के किये बड़े प्रयास
- 11 अगस्त से शुरू की गई योजना में आज तक 1,11,000 युवा हस्तशिल्पियों को मिला प्रशिक्षण
- रोजगार स्थापित करने के लिये मेगा कैम्पों में लाभार्थी युवाओं को 7500 करोड़ से अधिक का स्वीकृत किया ऋण
- सितम्बर माह में एमएसएमई , ओडीओपी लाभार्थियों के लिए सरकार लगाएगी मण्डल स्तर पर मेगा कैंप
लखनऊ। राज्य सरकार की स्वरोजगार महाकुंभ योजना यूपी के युवाओं की उम्मीदों को पंख लगाने का काम कर रही है। उनको आर्थिक रूप से मजबूती देने के साथ ही रोजगार से जोड़ रही है। युवा विभिन्न कौशल कार्यक्रमों का प्रशिक्षण ले रहे हैं। खुद का रोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। एमएसएमई, स्वरोजगार, ओडीओपी के लाभार्थियों को ऋण का वितरण करने के लिये मेगा कैंपों का भी आयोजन जनपद स्तर पर किया जा रहा है।
सरकार की योजना से प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवकों की बेरोजगारी की समस्या दूर हो रही है। हुनरमंद और कर्मठ युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का मौका मिल रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना का शुभारंभ 11 अगस्त को किया है। योजना के तहत युवाओं को बैंक से ऋण के साथ ही अन्य सहयोग देकर स्वरोजगार की ओर आकर्षित किया जा रहा है। इसके तहत अभी तक 1,11,00 युवा हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षण देने का काम चल रहा है।
राज्य सरकार ने 11 अगस्त से प्रदेश के समस्त जनपदों में मेगा कैपों का आयोजन कर 7500 करोड़ से अधिक के ऋण एमएसएमई, स्वरोजगार, ओडीओपी, पीएम स्वनिधि आदि के लाभार्थियों को स्वीकृत किये हैं। सरकार बहुत जल्द प्रदेश के अन्य युवाओं को भी योजना का लाभ प्रदान करने के लिये इस तरह के मेगा कैंप आयोजित करने जा रही है। सरकार ने मण्डल स्तर पर सितम्बर माह के दूसरे पक्ष में मेगा कैंपों के आयोजन के निर्देश जारी कर दिये हैं। सरकार का लक्ष्य अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़कर प्रदेश को उन्नति प्रदान करना है।