नये क्लेवर में नजर आएगी स्टेट स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम
- एसएसआईटी को और प्रभावशाली बनाने के लिए विभाग में बढ़ाए जाएंगे 192 अतिरिक्त पद
लखनऊ, 25 अप्रैल: अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही योगी सरकार स्टेट स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम उत्तर प्रदेश (एसएसआईटी) को और प्रभावशाली और मजबूत बनाने जा रही है। दरअसल, हाल में ही सीएम योगी ने यूपी पुलिस की एसएसआईटी विंग की समीक्षा बैठक में शासन को विंग के खाली पदों को भरने और उन्हे जरूरत के अनुसार अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध कराने के लिए खाका तैयार करने को कहा है। साथ ही विंग को पहले से मजबूत और प्रभावशाली बनाने के लिए एसआईटी के जीओ को संशाधित करने पर जल्द निर्णय लिया जा सकता है। इससे जहां एसएसआईटी विंग पूरी तरह से आत्मनिर्भर होगी, वहीं दूसरी ओर विभागीय जांच में तेजी आएगी। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी के नेतृत्व में पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में अपराध की घटनाओं में काफी कमी आयी है। वहीं योगी सरकार ने अपराध को कम करने के लिए यूपी पुलिस को हर संभव संसाधन, मैनपॉवर उपलब्ध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय-समय पर गृह विभाग और यूपी पुलिस की विभिन्न विंग्स की समीक्षा बैठकों में निर्देश देते रहे हैं।
192 नये पदों पर होगी भर्ती
एसएसआईटी की डीजी रेणुका मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल में ही एसएसआईटी की समीक्षा बैठक की थी। बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विभाग को मजबूत करने के साथ जांचों में तेजी लाने और विवेचना को शत-शत प्रतिशत समयबद्ध तरीके से निपटाने के लिए मैनपॉवर की मांग रखी थी। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हे आवश्यक मैनपॉवर का खाका तैयार कर शासन को रिपोर्ट सौंपने को कहा था। डीजी ने बताया कि वर्तमान में विभाग में 82 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 41 पद खाली चल रहे हैं। वहीं 192 नये पद स्वीकृत करने की जरूरत है। इसकी रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ की उक्त रिपोर्ट पर हरी झंडी मिलते ही पदों को भरने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
इन पदों को बढ़ाने की है जरूरत
एसएसआईटी डीजी रेणुका मिश्रा ने बताया कि विभाग में वर्तमान में 1 पुलिस अधीक्षक, 1 अपर पुलिस अधीक्षक, 2 पुलिस उपाधीक्षक, 1 ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी, 1 सहायक अभियोजन अधिकारी, 1 अभियोजन अधिकारी, 20 निरीक्षक ना. पु., 21 उप निरीक्षक ना. पु., 7 उप निरीक्षक गोपनीय, 1 उप निरीक्षक लिपिक, 1 उप निरीक्षक लेखा, 7 सहायक उप निरीक्षक लिपिक, 4 सहायक उप निरीक्षक लेखा, 4 कंप्यूटर ऑपरेटर, 40 मुख्य आरक्षी ना. पु., 49 कांस्टेबल ना. पु., 21 कांस्टेबल चालक, 10 चतुर्थ श्रेणी के पद बढ़ाने की जरूरत है। इसके साथ ही विभाग में 4 पुलिस उपाधीक्षक, 1 सहायक अभियोजन अधिकारी, 1 अभियोजन अधिकारी, 1 उप निरीक्षक ना. पु., 6 उप निरीक्षक गोपनीय, 1 उप निरीक्षक लिपिक, 1 उप निरीक्षक लेखा, 25 कांस्टेबल ना. पु. एवं 1 चतुर्थ श्रेणी का पद खाली चल रहा है, जिसे भी भरने की आवश्यकता है। इन पदों के खाली होने से मामलों की जांच में देरी हो रही है।