ईद की ख़ुशी पर पहला अधिकार गरीबों का : अनवारुल हक़
लखनऊ। ईद की खुशी पर सबसे पहला अधिकार गरीब लाचार मजबूर बेसहारा लोगों का है। वह ईद की खुशी, खुशी नहीं होती जिसमें गरीबों को खुशी ना दी जाए। देश का महान सामाजिक संगठन विश्व मानवाधिकार परिषद की ओर से लकड़ी पड़ाव कोटद्वार में ईद किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री मौलाना अनवारुल हक ने कहा कि हमारे लिए बहुत जरूरी है के हम गरीब बेसहारा लोगों की हर जरूरत का ख्याल रखें यदि हमारे पड़ोस या बस्ती में कोई ऐसा घर या परिवार है जिनकी ईद की व्यवस्था ना हो पाई हो तो पूरे शहर को ईद मनाना सही नहीं है।
राष्ट्रीय सचिव अल्पसंख्यक मोहम्मद तहसीम ने कहा कि अगर कोई पड़ोसी दुख दर्द या तकलीफ में है चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का हो तो हमें चाहिए कि हम ईद की खुशी ज़ियादा न मना कर उसके दुख दर्द में शामिल हो। उन्होंने कहा कि जो लोग निर्दोष जेलों में बंद हैं उनके परिवार की भी जरूरत का ख्याल और उनकी ईद की व्यवस्था करना जरूरी है। हम अपने स्तर से बहुत सारे जनपदों में गरीब बेसहारा लोगों को और जो लोग निर्दोष जेलों में बंद है उनके परिवारों को ईद किट वितरण का कार्य कर रहे हैं।
विश्व मानवधिकार परिषद पौड़ी गढ़वाल के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अशरफ ने कहा कि विश्व मानवाधिकार परिषद सभी धर्म जाति के लोगों की मदद करने व साथ लेकर चलने का कार्य करता है और हम जनपद पौड़ी गढ़वाल में हर पीड़ित समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इंसाफ दिलाने का काम करेंगे।
जिला अध्यक्ष जनपद बिजनौर जीशान नजीबाबादी ने कहा कि जिन की ईद की व्यवस्था ना हो पाई हो वह हमारे पदाधिकारियों से संपर्क करें हम अवश्य उनका सहयोग करेंगे। इस अवसर पर मोहम्मद यूसुफ आकाश चौधरी कारी मोहम्मद यूनुस मोहम्मद इस्लाम, मुफ्ती मोहम्मद आसिफ, वरुण कुमार, मोहम्मद तहसीन,मोहम्मद यासीन हबीबुर्रहामान, शमशाद, फैसल खान, हकीम सरफ़राज़, आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।