यूएन में बोलीं “रुचिरा”, कहा भारत में महिलाओं के नेतृत्व वाली प्रगति एवं विकास के मॉडल पर जोर
(शाश्वत तिवारी) : संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने इस सप्ताह संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ‘‘प्रौद्योगिकी एवं शिक्षा तक महिलाओं की अधिक पहुंच के लिए सार्वजनिक-निजी प्रतिबद्धता का लाभ उठाना” विषय पर एक उच्च स्तरीय परिचर्चा का आयोजन किया। आयोजन में संयुक्त राष्ट्र में भारत की दूत रुचिरा कंबोज ने कहा है कि आज भारत में एक महिला होने का यह सबसे अच्छा समय है। साथ ही कहा कि भारत सरकार सभी स्तरों पर महिलाओं का सशक्तीकरण कर रही है।
महिलाओं के नेतृत्व में हो रहा विकास:
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि कंबोज ने आयोजन में कहा भारत में विशेष रूप से पिछले आठ-नौ वर्षों में काफी प्रगति हुई है और आज मुझे लगता है कि शायद भारत में एक महिला होने का यह सबसे अच्छा समय है। मैं बहुत ईमानदारी से यह बात कह रही हूं। उन्होंने कहा सरकार महिलाओं को हर स्तर पर पूरी तरह से सशक्त कर रही है। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के नेतृत्व वाली प्रगति एवं विकास के मॉडल पर जोर दिया है।
कार्यक्रम के बाद यूएन में भारतीय दूतावास ने भी ट्वीट किया कि भारत महिलाओं के नेतृत्व वाली प्रगति एवं विकास के मॉडल पर जोर दे रहा है, जो विकास के मॉडल के रूप में परिवर्तित हो रहा है। महिलाओं की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र आयोग के 67वें सत्र के मौके पर एक विशेष कार्यक्रम में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में पीआर ने उन नीतियों और कार्यक्रमों पर बात की जो भारत में महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं। एक और ट्वीट में लिखा कि प्रेरित होने के लिए तैयार हो जाइए CSW67 के साथ आयोजित ‘महिलाओं की प्रौद्योगिकी और शिक्षा तक अधिक पहुंच के लिए सार्वजनिक-निजी प्रतिबद्धता का लाभ उठाना, पर कल का साइड इवेंट एक दिलचस्प चर्चा थी। इन क्षेत्रों में GenderGap को संबोधित करने के लिए बढ़ती प्रतिबद्धता को देखकर खुशी हुई।