संजू सैमसन प्लेइंग इलेवन से बाहर क्यों? टीम के माहौल पर जितेश शर्मा ने कही ये बात
बतौर ओपनर शुरुआत में विपक्षी गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाकर रख देने वाले संजू सैमसन को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 में प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं मिली।
अभिषेक शर्मा के साथ सैमसन की ओपनिंग जोड़ी को टी20 की सबसे खतरनाक जोड़ियों में गिना जा सकता था लेकिन एशिया कप के जरिए शुभमन गिल के लिए ये जोड़ी तोड़ दी गई।
गिल को ओपनिंग दी गई और ‘बैटिंग ऑर्डर ओवररेटेड चीज’ का राग गा रहे टीम मैनेजमेंट ने संजू सैमसन के बल्लेबाजी क्रम के साथ खूब प्रयोग किए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कटक में खेले गए टी20 में उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मली, उनकी जगह जितेश शर्मा को तरजीह मिली।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टी20 में भी जितेश शर्मा को विकेटकीपिंग के लिए संजू सैमसन के ऊपर तरजीह मिली। ये देखकर साफ है कि टीम मैनेजमेंट को लगता है कि शर्मा की पावर-हिटिंग उन्हें सातवें नंबर या उसके नीचे बल्लेबाजी के लिए मुफीद बनाती है।
भारत के पास टी20 में टैलेंट्स की भरमार है। विकेटकीपिंग में संजू सैमसन और जितेश के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। ऋषभ पंत जैसे विकेटकीपर को स्क्वाड तक में जगह नहीं मिल रही।
लेकिन क्या इस तरह की प्रतिस्पर्धा से ड्रेसिंग रूम का माहौल कहीं नकरात्मक तो नहीं होता? जितेश शर्मा इसे सिरे से खारिज करते हैं। उन्होंने कहा कि सैमसन की मौजूदगी से तो उन्हें प्रेरणा मिलती है। मदद मिलती है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक जितेश शर्मा ने संजू सैमसन को लेकर कहा, ‘मैं बहुत शुक्रगुजार हूं कि वह टीम में हैं और मैं उनके अंडर हूं। वह मेरे बड़े भाई की तरह हैं।’
शर्मा ने कहा कि आंतरिक प्रतिस्पर्धा खिलाड़ियों को अपने खेल का स्तर ऊंचा करने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा, ‘स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की वजह से आपका टैलेंट खुलकर बाहर आता है। यह टीम के लिए अच्छी होती है।’
संजू सैमसन की स्क्वाड में मौजूदगी को अपने लिए मददगार बताते हुए जितेश शर्मा ने कहा, ‘संजू भाई बाहर हैं और मैं खेल रहा हूं। वह एक ग्रेट प्लेयर हैं- ग्रेट प्लेयर्स में से एक हैं। अगर मुझे उनके साथ प्रतिस्पर्धा करनी है और कंधे से कंधा मिलाकर खेलना है तो मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।’
जितेश शर्मा ने कटक में विकेट के पीछे 4 शानदार कैच पकड़े। 5 गेंद में 10 रन की नाबाद पारी खेली। लेकिन ‘ओपनर संजू सैमसन’ से तो उनकी कोई प्रतिस्पर्धा ही नहीं है। प्रतिस्पर्धा तब पैदा हुई जब सैमसन को ओपनिंग से हटाया गया। आंकड़ों को देखने से भी ये स्पष्ट होता है।
संजू सैमसन ने अब तक 51 टी20 इंटरनेशनल खेले हैं। उनमें उनके नाम 995 रन है। उनका औसत 25.51 और स्ट्राइक रेट 147.4 का है। उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में 3 शतक और 3 अर्धशतक जड़े हैं। सैमसन ओपनर के तौर पर ही सबसे ज्यादा सफल रहे हैं।
2022 में उन्हें पहली बार ओपनिंग का मौका मिला। अब तक बतौर ओपनर उन्होंने 14 मैच खेले हैं जिनमें उनके नाम 512 रन हैं। औसत भी 39.38 का है और स्ट्राइक रेट 182.2 का। उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में अपने तीनों शतक बतौर ओपनर जड़े हैं। इसके अलावा ओपनिंग करते हुए उन्होंने एक अर्धशतक भी जड़ा है।



