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ममता का प्रधानमंत्री पर हमला, कहा— भाजपा बंगाल की संस्कृति से पूरी तरह अनजान

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बाेला। उन्होंने लोकसभा में सोमवार को दिए गए भाषण में वंदे मातरम के रचयिता बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को “बंकिम-दा” कहकर संबोधित करने को “अज्ञानता और अनादर” बताया। मंगलवार को कूचबिहार में आयोजित जनसभा में ममता ने कहा कि यह बंगाल की संस्कृति और इतिहास का अपमान है।मुख्यमंत्री ने कहा कि साेमवार काे संसद सत्र के दाैरान प्रधानमंत्री ने बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को ‘बंकिम दा’ कहा। जैसे श्याम-दा या हरी-दा कहा जाता है। बंकिम चंद्र, जिन्होंने देश का राष्ट्रीय गीत लिखा, उनके लिए यह संबोधन किसी भी तरह सम्मानजनक नहीं है। देश की जनता के सामने सिर झुकाना भी कम पड़ेगा। यह संस्कृति और इतिहास पर चोट है।ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार बंगाल की बौद्धिक और सांस्कृतिक धरोहर को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि इन्होंने कहा कि राजा राममोहन रॉय देशभक्त नहीं थे। खुदीराम बोस को आतंकवादी बताया। विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रवैया दिखाता है कि भाजपा बंगाल की संस्कृति से “पूरी तरह अनजान और दूर” है।यह विवाद सोमवार को उस समय शुरू हुआ जब तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के भाषण का वीडियो हिस्सा एक्स पर साझा कर पीएम को “संस्कृति से अनभिज्ञ” बताया। पोस्ट में लिखा गया कि बंगाल ऐसे महान व्यक्तित्वों के नाम के साथ सहज रूप से ‘दा’ नहीं जोड़ता। सांसद सौगत राय ने भी संसद में हस्तक्षेप कर कहा कि उचित संबोधन “बाबू” है, “दा” नहीं।तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं ने इस टिप्पणी को “अपमानजनक” बताया। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि यह संबोधन बंगाल के एक पूजनीय साहित्यकार का अनादर है और भाजपा की मूल समस्या है कि वह “साधारण समझ” भी नहीं रखती।जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र पर धन रोकने का आरोप दोहराया। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों से 100 दिन काम योजना का पैसा जारी नहीं किया गया है, आवास योजना और ग्रामीण सड़कों के धन पर भी रोक है। ममता ने कहा कि 2011 से अब तक बंगाल ने 100 दिन काम योजना में कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। क्या अच्छा काम करना अपराध है?उन्होंने कहा कि जब तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिल्ली जाकर धन जारी करने की मांग करते हैं, तब उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाता है।———————-

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