गोलों की बरसात : कनाडा पर जीत, भारत सुल्तान अजलन शाह कप के फाइनल में
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शनिवार को कनाडा के खिलाफ गोलों की बरसात करते हुए 14-3 की प्रचंड जीत के साथ सुल्तान अजलन शाह कप के फाइनल में प्रवेश करते हुए पूल तालिका में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया।
टूर्नामेंट में भारत को अभी तक केवल बेल्जियम से एक गोल से हार मिली थी, लेकिन न्यूजीलैंड पर मिली 3-2 की अहम जीत ने टीम के आत्मविश्वास को मजबूती दी। अब भारतीय टीम रविवार को फाइनल में इसी बेल्जियम से भिड़ने उतरेगी। मैच की शुरुआत भारत के लिए बेहद आक्रामक रही।
नीलकांत शर्मा ने चौथे मिनट में गोल करके लय सेट की, जिसके तुरंत बाद सीनियर टीम में पदार्पण के बाद निरंतर प्रभावशाली प्रदर्शन कर रहे राजिंदर सिंह ने 10वें मिनट में बढ़त को दोगुना कर दिया।

कनाडा ने तुरंत जवाब देते हुए 11वें मिनट में ब्रेंडन गुरालियुक द्वारा लिए गए पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला, भारत ने अगले ही पलों में मुकाबले पर फिर नियंत्रण हासिल कर लिया।
जुगराज सिंह (12’) और अमित रोहिदास (15’) के गोलों ने स्कोर 4-1 कर दिया। टूर्नामेंट में सीनियर स्टार खिलाड़ियों को आराम दिए जाने की वजह से भारतीय टीम का दारो-मदार युवा खिलाड़ियों पर था, और उन्होंने कनाडाई डिफेंस पर लगातार दबाव बनाकर इस जिम्मेदारी को शानदार ढंग से निभाया।
दूसरे क्वार्टर में भारत ने लगातार हमले जारी रखते हुए मैच को एकतरफा मोड़ देना शुरू किया। राजिंदर (24’), दिलप्रीत सिंह (25’) और जुगराज (26’) के ताबड़तोड़ गोलों ने बढ़त को 7-1 तक पहुँचा दिया। तीसरे क्वार्टर में कनाडा ने रणनीति बदली और 35वें मिनट में उन्हें पेनल्टी स्ट्रोक मिला, जिसे मैथ्यू सरमेंटो ने गोल में बदलकर स्कोर 7-2 किया।
भारत की रफ्तार नहीं रुकी—39वें मिनट में जुगराज ने अपनी हैट्रिक पूरी की और 43वें मिनट में सेल्वम कार्ति ने गोल करके स्कोर 9-2 कर दिया। अंतिम क्वार्टर औपचारिकता जैसा था, लेकिन गोलों की रफ्तार वहीं से और तेज हो गई।
इस चरण में कुल छह गोल बने। 46वें मिनट में अमित रोहिदास ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला, जबकि 50वें मिनट में जुगराज ने पेनल्टी स्ट्रोक को परिवर्तन कर अपनी चमक बनाए रखी।
कनाडा की ओर से ज्योतस्वरूप सिद्धू ने एक और गोल (3-11) किया। अंतिम मिनटों में भारत ने फिर से हमलावर तेवर दिखाए—56वें मिनट में संजय ने पेनल्टी स्ट्रोक से गोल किया और फिर अभिषेक ने 57वें और 59वें मिनट में लगातार दो गोल दागकर मुकाबले को भारत के लिए शानदार अंदाज में खत्म किया।



