जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन दृष्टि का आयोजन

पल्लवी श्रीवास्तव: भारत सरकार जम्मू कश्मीर के समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में जम्मू कश्मीर में स्वास्थ्य सुविधाओं और उनसे जुड़ी अवसंरचनाओं को विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को सही समय पर प्रदान करने के लिए जम्मू कश्मीर में हेल्थ यूनिट्स सक्रिय होकर काम कर रही हैं। इसी क्रम में एक अद्वितीय उन्नत शल्य चिकित्सा नेत्र शिविर ‘ऑपरेशन दृष्टि’ का आयोजन’ हाल ही में कमांड अस्पताल, उत्तरी कमांड, उधमपुर में किया गया, जिसमें नई दिल्ली के आर्मी अस्पताल (रिसर्च एंड रेफरल) की शल्यचिकित्सा टीम ने अपनी सहभागिता की। सर्जिकल टीम में कुशल एवं अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ शामिल थे, जिनका नेतृत्व ब्रिगेडियर एसके मिश्रा ने किया, जो एक विशिष्ट नेत्र शल्य चिकित्सक और आर्मी हॉस्पिटल में नेत्र विज्ञान विभाग के प्रमुख हैं, जिन्होंने भारतीय राष्ट्रपतियों का ऑपरेशन किया है।
शिविर में लोगों की भागीदारी उम्मीद से बढ़कर रही क्योंकि 2,000 से ज़्यादा लोगों की जांच की गई और 400 से ज़्यादा सर्जरी की गईं, जिनमें मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और रेटिना संबंधी बीमारियों की जटिल प्रक्रियाएं शामिल है। शिविर उम्मीद से बढ़कर रहा क्योंकि 2,000 से ज़्यादा लोगों की जाँच की गई और 400 से ज़्यादा सर्जरी की गईं, जिनमें मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और रेटिना संबंधी बीमारियों की जटिल प्रक्रियाएं शामिल थीं। सेवारत कर्मियों, आश्रितों, वीर नारियों (युद्ध विधवाओं) और स्थानीय नागरिकों सहित लोग जम्मू-कश्मीर के दूर-दराज के इलाकों से आए थे, जिनमें उधमपुर, डोडा, राजौरी, पुंछ, किश्तवाड़, रामबन आदि के दूरदराज के गांव शामिल थे।
इस शिविर से जीवन-परिवर्तनकारी परिणाम प्राप्त हुआ। इसका सबसे अच्छा उदाहरण राजकुमारी देवी हैं, जो 96 वर्ष की हैं। उन्होंने स्पष्ट दृष्टि का उपहार प्राप्त हुआ और अब पूरी स्पष्टता के साथ दुनिया देखने की अनमोल क्षमता रखती हैं। इस प्रभावशाली चिकित्सा मिशन की उत्पत्ति सेवा की साझा दृष्टि में निहित है जिसे रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने किया था जो कि उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा के अनुरोध के बाद हुआ था।



