तनाव के बीच सौहार्द: भारत–पाक नेत्रहीन महिला टीमों ने मैच के बाद हाथ मिलाकर जीता दिल
अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही खेल के मैदान पर भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव साफ झलक रहा है। एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में दोनों टीमें तीन बार एक दूसरे के खिलाफ खेलीं लेकिन न कप्तानों ने हाथ मिलाया और न ही खिलाड़ियों ने। महिला विश्व कप के मैच में भी ऐसा ही हुआ।
रविवार को एशिया कप राइजिंग टूर्नामेंट में भी भारत ए और पाकिस्तानी शाहीन्स के खिलाड़ियों ने एक दूसरे से हाथ नहीं मिलाए। लेकिन रविवार को ही एक अन्य क्रिकेट मैच में दोनों देशों की खिलाड़ियों ने एक दूसरे से हाथ मिलाया।
मैच था नेत्रहीन श्रेणी की महिला टी20 विश्व कप का। रविवार को कोलंबो में भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने थीं जिसमें भारतीय टीम ने पाकिस्तानी टीम को 8 विकेट से धूल चटाई और सिर्फ 10 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।

टूर्नामेंट में भारतीय टीम की ये पांचवीं जीत थी और उसने शान से सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। इस मैच में भी टॉस के दौरान दोनों टीमों के कप्तानों ने एक दूसरे से हाथ नहीं मिलाए। लेकिन मैच खत्म होने के बाद दोनों टीमों की खिलाड़ियों ने एक दूसरे से हाथ मिलाए और एक दूसरे का अभिवादन किया।
इतना नहीं, दोनों टीमें मैच के लिए एक ही बस में सवार होकर स्टेडियम पहुंची थीं। मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तानी टीम की कप्तान निमरा रफीक ने भारत को जीत की बधाई दी। भारतीय कप्तान दीपिका ने भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों के शानदार खेल की तारीफ की। हालांकि दोनों टीमों को मीडिया से बातचीत करने इजाजत नहीं दी गई।
मैच की बात करें तो पाकिस्तान की नेत्रहीन महिला टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 135 रन का स्कोर खड़ा किया। एक समय 23 रन के स्कोर पर उसके 4 विकेट गिर चुके थे लेकिन महरीन अली और बुशरा अशरफ की शानदार पारियों की बदौलत उसने सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया।
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महरीन ने 66 रन और अशरफ ने 44 रन बनाए। मैच में पाकिस्तान की 7 खिलाड़ी तो रन आउट हुईं। जवाब में भारतीय टीम ने सिर्फ 10 ओवर में 2 विकेट खोकर 136 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। कप्तान दीपिका टीसी ने 45 रन और अनेखा देवी ने 64 रन की नाबाद पारी खेली। अनेखा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।



