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रोहित ने पाया राहत का पल, कोहली अभी भी संघर्ष में

स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और उनके साथी रोहित शर्मा शनिवार को यहां तीसरे और अंतिम वनडे मैच में उतरेंगे, और इस दौरान भावनाओं की लहर अपने चरम पर हो सकती है, क्योंकि यह संभवतः ऑस्ट्रेलिया में इन दोनों का आखिरी मैच होगा।

रोहित ने दूसरे वनडे में 97 गेंदों पर 73 रन बनाकर कुछ राहत की सांस ली है, लेकिन कोहली दोनों मैच में खाता खोलने में असफल रहे। यह वनडे क्रिकेट में पहला मौका है जबकि वह लगातार जो मैच में खाता नहीं खोल पाए। इसने निश्चित रूप से उनके कट्टर प्रशंसकों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह अंत की शुरुआत है।

रोहित 2007-08 में वन डे श्रृंखला के लिए यहां आए थे जबकि कोहली का सीनियर टीम के साथ पहला दौरा 2011-12 सत्र में था जब उन्होंने एडिलेड में टेस्ट शतक लगाकर अपना प्रभाव छोड़ा था।

साभार : गूगल

अगले दो वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में कोई एकदिवसीय श्रृंखला नहीं होने के कारण यह सोचना असंभव है कि यह जोड़ी फिर से भारत की तरफ से ऑस्ट्रेलिया में खेलेगी।

ऑस्ट्रेलिया ने वर्तमान श्रृंखला के पहले दोनों मैच जीत कर सीरीज अपने नाम कर दी है लेकिन कोहली और रोहित की मौजूदगी के कारण तीसरा एकदिवसीय मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण बन गया है। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर मौजूद दर्शक निश्चित तौर पर इन दोनों से अच्छी पारी की उम्मीद करेंगे।

यह मैच इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि गौतम गंभीर की कोचिंग वाली भारतीय टीम 0-3 से क्लीन स्वीप से बचना चाहती है लेकिन आंकड़े भारतीय टीम के पक्ष में नहीं हैं।

उसने यहां जो पिछले पांच वनडे मैच खेले हैं उनमें से उसे केवल एक मैच में जीत मिली है। कप्तान शुभमन गिल और कोहली दोनों से बड़ी पारी दरकार है और गंभीर को अंतिम मैच में दोनों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

पिछले दो मैचों में बुरी तरह से पराजित होने वाली भारतीय टीम गेंदबाजी के अपने संसाधनों के साथ समझौता करने की कीमत पर बल्लेबाजी को मजबूत करने की अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना चाहेगी क्योंकि कुलदीप यादव जैसे मैच विजेता खिलाड़ी को नजरअंदाज करना टीम के लिए अभी तक अच्छा साबित नहीं हुआ है।

भारत ने अब तक स्पिन विभाग की जिम्मेदारी अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर पर डाली है जो अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं लेकिन यह दोनों गेंदबाजी में प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को उन्हें खेलने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई है।

भारत का वर्तमान टीम प्रबंधन ऑलराउंडर को प्राथमिकता देता रहा है लेकिन नीतीश कुमार रेड्डी जैसे बल्लेबाज को आठवें नंबर पर उतारना सही रणनीति नहीं लगती है।

गेंदबाजी में भी वह प्रभाव छोड़ने में असफल रहे। हर्षित राणा के मामले में, दूसरे और तीसरे स्पैल में उनकी गति में आई उल्लेखनीय गिरावट इस बात का प्रमाण है कि वह अभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। उनकी जगह पर प्रसिद्ध कृष्णा को अंतिम एकादश में शामिल किया जाना चाहिए।

जहां तक ऑस्ट्रेलियाई टीम का सवाल है, तो साफ नजर आता है कि उसने 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

मैथ्यू शॉर्ट, मिशेल ओवेन और कूपर कोनोली ने दबाव वाली परिस्थितियों में सही रणनीति तैयार करने और उस पर अमल करने के अपने कौशल का अच्छा परिचय दिया है। ऑस्ट्रेलिया इस मैच के लिए मैट कुहनेमैन को अंतिम एकादश में शामिल कर सकता है जिन्होंने पहले मैच में अच्छी गेंदबाजी की थी।

भारत: शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), यशस्वी जयसवाल, कुलदीप यादव, प्रसिद्ध कृष्णा

ऑस्ट्रेलिया: मिशेल मार्श (कप्तान), जेवियर बार्टलेट, एलेक्स केरी (विकेट कीपर), जोस इंग्लिस (विकेट कीपर), कूपर कोनोली, नाथन एलिस, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, जैक एडवर्ड्स, मिशेल ओवेन, जोश फिलिप, मैथ्यू रेनशॉ, मैथ्यू शॉर्ट, मिशेल स्टार्क, एडम ज़म्पा, मैट कुहनेमैन

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