हरमनप्रीत का फोकस गेंदबाजी सुधार पर : टीम को और मजबूत बनाना होगा
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने गुरुवार (23 अक्टूबर) की रात न्यूजीलैंड को हराकर आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली। बारिश से बाधित इस मैच में भारत ने डकवर्थ-लुईस पद्धति के तहत 53 रनों से जीत दर्ज की। इस जीत के बावजूद कप्तान हरमनप्रीत कौर को एक डर सता रहा था।
अब तक खेले 6 मुकाबलों में भारत की बल्लेबाजी तो कमाल की रही, मगर बॉलिंग में भारत कमजोर दिखा। हरमन का मानना है कि टीम को इसपर जल्द से जल्द काम करना होगा।
भारत का लीग स्टेज का आखिरी मैच बांग्लादेश के खिलाफ 26 अक्टूबर को है। न्यूजीलैंड पर जीतने के बाद हरमनप्रीत कौर ने कहा, “यह आसान नहीं था। लेकिन आज जिस तरह से हमने लड़ाई की, उसका श्रेय हमारी टीम को जाता है।

क्योंकि हम जानते थे कि यह मैच कितना महत्वपूर्ण था और हम जिस तरह से उत्साहित थे, हम जिस तरह से खेले उससे वाकई खुश हैं। हमें अच्छी शुरुआत मिल रही थी, लेकिन दुर्भाग्य से हम इसे बड़ा नहीं बना पाए।
इसका श्रेय स्मृति और प्रतीका को जाता है। उन्होंने जिम्मेदारी ली और टीम के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। जब उन दोनों ने 200 रन बनाए तो हमें बहुत अच्छी शुरुआत मिली।
उस समय हमने तय किया कि या तो मैं या जेमी, क्योंकि वह शुरू से ही रन बनाना पसंद करती है और मुझे लगता है कि जिस तरह से उसने बल्लेबाजी की, पूरी दुनिया उससे यही उम्मीद कर रही थी। और मैं उसके खेलने के तरीके से वाकई खुश हूं। जब भी आप घर पर खेलते हैं, तो हर कोई आपसे बहुत उम्मीदें रखता है।
चाहे टीवी पर हो, हम हमेशा यही चर्चा करते हैं कि यह हमारा घर है और दर्शक हमेशा हमारा उत्साहवर्धन करते हैं। और यह आनंद लेने का पल है। सिर्फ दबाव झेलने के अलावा, और पिछले दो दिनों में हमने इसी बारे में बात की है।
मुझे पता है कि बहुत सी चीजें हमारे अनुकूल नहीं रहीं, लेकिन आज का दिन सही था। और जिस तरह से हमने खुद को अंजाम दिया, उससे मैं वाकई खुश हूं। टीम में हर कोई खड़ा था और जिस तरह से हम एक-दूसरे का हौसला बढ़ा रहे थे, वो कमाल का था (तीन हार के बाद)। इससे वाकई पता चलता है कि हम कितने सकारात्मक थे।
हालांकि पिछले तीन मैच अच्छे नहीं रहे, लेकिन हमें पता था कि ये वो नहीं है जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे और हम इसे बदलने वाले हैं, आज सही समय था। जिस तरह से हम सबने मिलकर ये किया, उससे मैं वाकई खुश हूं।
मुझे लगता है कि हम बल्लेबाजी में बहुत अच्छा कर रहे हैं, लेकिन गेंदबाजी एक ऐसी चीज है जिसके बारे में मुझे लगता है कि हमें खुद को और मजबूत करना होगा और हमारे पास एक और मैच है जहां हम इस मुकाम को भी पार कर सकते हैं। और उम्मीद है कि एक गेंदबाजी इकाई के रूप में भी, हम एकजुट होकर बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया ने बारिश से बाधित इस मैच में 49 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 340 रन बोर्ड पर लगाए। प्रतीका रावल ने 122 तो स्मृति मंधाना ने 109 रनों की दमदार पारियां खेलते हुए शतक जड़े।
दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 212 रनों की साझेदारी हुई। इसके बाद नंबर-3 पर बैटिंग करने आईं जेमीमा रोड्रिग्स ने नाबाद 76 रन बनाकर टीम को 300 के पार ले जाने में मदद की। भारतीय पारी खत्म भी नहीं हुई थी कि बारिश ने मैदान पर दस्तक दी। टीम इंडिया पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई।
न्यूजीलैंड को बारिश की खलल के चलते 44 ओवर में 325 रनों का टारगेट मिला, ब्रुक हॉलिडे (81) और विकेट कीपर इसाबेला गेज (65) ने इस रनचेज में अर्धशतक जरूर जड़े, मगर दोनों ही बैटर टीम को जीत दिलाने में नाकाम रही। न्यूजीलैंड 8 विकेट के नुकसान पर 271 ही रन बना पाया।



