भारत का 5-0 से स्विट्जरलैंड पर प्रहार, क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की
एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप में मंगलवार का दिन उभरते सितारों के शानदार प्रदर्शन और क्वार्टर फाइनल लाइन-अप की तस्वीर को स्पष्ट करने वाला साबित हुआ।
भारत के युवा खिलाड़ियों ने अपने आक्रामक प्रदर्शन से न केवल स्विट्जरलैंड को 5-0 से मात दी, बल्कि टीम की क्वार्टर फाइनल में जगह भी सुनिश्चित कर दी। मनमीत सिंह ने अपना जन्मदिन यादगार बना दिया, शुरुआती दो मिनटों में ही गोल दागकर और फिर 11वें मिनट में दूसरा गोल जोड़कर।
वहीं शारदा नंद तिवारी ने पेनल्टी कॉर्नर पर अपनी सटीकता प्रदर्शित करते हुए 13वें और 54वें मिनट में दो बार गेंद को जाल में पहुंचाया।

अर्शदीप सिंह ने 28वें मिनट में टीम की बढ़त को 5-0 पर पहुंचा दिया। भारत पूल-बी में तीनों मैच जीतकर नौ अंकों के साथ शीर्ष पर रहा और सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचा। दिन के पहले मुकाबले में स्पेन ने शानदार आक्रामक क्षमता दिखाते हुए नामीबिया को 13-0 से रौंद दिया और पूल-डी में शत-प्रतिशत जीत के साथ सीधे नॉकआउट में प्रवेश किया।
स्पेन के ब्रूनो एविला ने चार गोल (5वें, 23वें, 47वें, 58वें मिनट) कर अपनी छाप छोड़ी, जबकि एंड्रेस मेडिना और जोसेप मार्टिन ने दो-दो गोल किए। टीम के अन्य गोल अल्बर्ट सेराहिमा, निकोलस मुस्टारोस, टोन मोरन, एलेक्स बोज़ल और पेरे अमात ने दागे।
उसी पूल में दूसरी क्वार्टर फाइनलिस्ट बनी बेल्जियम, जिसने मिस्र को 10-0 से हराकर छह अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए नॉकआउट टिकट हासिल किया।
मैक्सिमिलियन लैंगर ने अपनी हैट्रिक (18वें, 25वें, 59वें मिनट) से टीम की जीत सुनिश्चित की, जबकि लुकास बल्थाजार, बेंजामिन थिएरी, मैथियास फ्रैंकोइस, जीन क्लोएटेंस, ह्यूगो लाबुशेरे और मारिन वैन हील ने बाकी गोल किए।
क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली टीमों में अब जर्मनी, भारत, अर्जेंटीना, स्पेन, नीदरलैंड और फ्रांस शामिल हो चुकी हैं—ये सभी अपने-अपने पूल में शीर्ष पर रहे। 24 टीमों वाले इस टूर्नामेंट में छह पूल-विजेता सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुँचते हैं, जबकि उनके साथ सर्वश्रेष्ठ दो उपविजेता भी शामिल होते हैं।
पूल-ई में भी आज बड़ा उलटफेर देखने को मिला। कैस्पर वैन डेर वीन की हैट्रिक के दम पर नीदरलैंड ने ऑस्ट्रिया को 11-0 से हराया और सीधे अंतिम-आठ में प्रवेश किया। वहीं इंग्लैंड ने मलेशिया को 3-1 से जरूर हराया, लेकिन यह जीत उन्हें सर्वश्रेष्ठ उपविजेताओं की श्रेणी में जगह दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं हुई।



