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लंबी लड़ाई का अंत : मुल्तान सुल्तांस के मालिक अली खान तरीन ने लीग छोड़ी

पाकिस्तान सुपर लीग की टीम मुल्तान सुल्तांस के बागी और अलग सोच वाले मालिक अली खान तरीन ने इस लीग से हटने का फैसला किया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और पीएसएल अधिकारियों के साथ अपनी लंबे समय से चल रही लड़ाई अली खान तरीन ने खत्म कर दी है, क्योंकि वे लीग से हट गए हैं।

उन्होंने फैंस को एक मैसेज में ‘अलविदा’ लिखा है, क्योंकि वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और पीएसएल के अधिकारियों से नाखुश थे। बोर्ड ने उन पर ऐक्शन भी लिया था।

उन्होंने फैंस को एक भावुक विदाई नोट में सोशल मीडिया पर लिखा, “मुझे पता है कि मैं हर किसी को पसंद नहीं आता और मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन मैं हमेशा ईमानदार रहा हूं और मैंने हमेशा अपने मन की बात कही है।

साभार : गूगल

मैंने कभी सेफ खेलना या बस साथ देना नहीं सीखा। मैं ऐसा बिल्कुल नहीं हूं और अगर बने रहने का मतलब उन उसूलों से समझौता करना है तो मेरे पास सिर्फ एक ही रास्ता है। मैं इस टीम को अपने पैरों पर खड़े होकर खोना पसंद करूंगा, बजाय इसके कि इसे घुटनों के बल पर चलाऊं। इसलिए यह गुडबाय है।”

तरीन हमेशा पीएसएल और पीसीबी लीडरशिप के साथ झगड़े में रहते थे, अक्सर मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म पर उनकी पॉलिसी का मजाक उड़ाते थे। जब पीसीबी ने उन्हें पब्लिक में माफी मांगने के लिए शो-कॉज नोटिस दिया, तो उन्होंने उसे खुलेआम फाड़कर बड़ा तमाशा बना दिया, जिससे पीसीबी की अथॉरिटी पर और भी सवाल उठे।

Ali Khan Tareen (@aslitareen)

जब फ्रेंचाइजी के रिन्यूअल का समय आया, तो पीसीबी ने उन्हें एक्सटेंशन नहीं दिया और न ही फ्रेंचाइजी के साथ कोई चीज शेयर की। इससे तरीन नाखुश थे। एक क्रिकेट साइट को सूत्र ने बताया, “क्योंकि फ्रेंचाइजी एग्रीमेंट को न तो सस्पेंड किया गया था और न ही खत्म किया गया था, इसलिए मुल्तान सुल्तांस एक कंप्लायंट फ्रेंचाइज थी।

इस बैकग्राउंड में, EY रिपोर्ट्स और फ्रेश ऑफर लेटर शेयर न करके, पीसीबी ने कॉन्ट्रैक्ट तोड़ा। साथ ही, EY वैल्यूएशन एक्सरसाइज का खर्च पीएसएल फंड्स से किया गया था और मुल्तान सुल्तांस ने इस एक्सरसाइज में कंट्रीब्यूट किया था।” 12 सितंबर को पीएसएल ने तरीन को नोटिस भेजा था, जिसका जवाब 2 अक्टूबर को दिया गया।

इसके बाद से ऐसा लगता है कि पीएसएल मैनेजमेंट की तरफ से उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है। तरीन को सब समझ आ गया था। उन्होंने फैंस से फ्रेंचाइजी को सपोर्ट करने की रिक्वेस्ट की। उन्होंने कहा, “साल दर साल फाइनेंशियल नुकसान के बावजूद, मैंने कभी पीछे हटने के बारे में नहीं सोचा।

सुल्तान्स हमेशा मेरे लिए सिर्फ नंबरों से कहीं ज्यादा मायने रखते हैं और मैं इसे बचाने के लिए हमेशा जितना जरूरी हो, उतना करने को तैयार रहा हूं।” यूएई के शॉन ग्रुप के पास इस फ्रेंचाइजी का शुरुआती मालिकाना हक था।

2018 में उनके हटने के बाद तरीन ने टीम को हर साल 6.3 मिलियन यूएस डॉलर में खरीदा, जिससे मुल्तान सुल्तांस पीएसएल की सबसे महंगी फ्रेंचाइजी बन गई। सात साल के समय में तरीन ने पीएसएल को फ्रेंचाइजी फीस के तौर पर लगभग 44 मिलियन डॉलर दिए हैं।

एक सोर्स ने कहा, “कुल मिलाकर, उन्होंने पीएसएल में 7.2 बिलियन पाकिस्तानी रुपये इन्वेस्ट किए थे और उन्हें सिर्फ PKR 1.7 बिलियन का रिटर्न मिला।”

मुल्तान सुल्तांस छह टीमों की लीग में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाली फ्रेंचाइजी थी, जिसने 2021 का टाइटल जीता और 2022, 2023 और 2024 सीजन में फाइनल में पहुंची।

पीएसएल दो नई फ्रेंचाइजी जोड़कर लीग को आठ टीमों तक बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। उसने घोषणा की है कि टीम का ऑक्शन जनवरी के पहले हफ्ते में होगा, जब वह दो नहीं, बल्कि तीन नए मालिकों की तलाश करेगा।

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