बैडमिंटन लेजेंड्स की अपील पर उमड़ा समुदाय, सैकड़ों ने दान किए रैकेट
नई दिल्ली : राजधानी में द लेजेंड्स’ विज़न – लेगेसी टूर इंडिया के उद्घाटन के एक दिन बाद, बैडमिंटन दिग्गज साइना नेहवाल और पीटर गेड ने दिल्ली-एनसीआर में दो-दिवसीय सामुदायिक दान अभियान का समापन किया। दोनों ने चुनिंदा योनैक्स सनराइज़ स्टोर्स पर प्रशंसकों से मुलाकात कर ‘ए रैकेट्स सेकंड लाइफ’ पहल के लिए योगदान जुटाए।
ए रैकेट्स सेकंड लाइफ’ द लेजेंड्स विज़न लेगेसी टूर इंडिया का हिस्सा है
यह पहल पुराने रैकेट एकत्र करने, उन्हें रीफर्बिश करना और देशभर के संसाधन-विहीन बैडमिंटन समुदायों को वितरित करने पर केंद्रित है, ताकि भारत की जमीनी खेल संरचना में पहुँच, भागीदारी और स्थिरता को मजबूत किया जा सके।
भारत में ‘ए रैकेट्स सेकंड लाइफ’ की शुरुआत कल दिग्गज खिलाड़ियों द्वारा अपने रैकेट दान करने से हुई, जिसे युवा खिलाड़ियों और परिवारों से शानदार प्रतिक्रिया मिली। पूरे आयोजन के दौरान लोगों ने रैकेट दान किए, जिससे इस आंदोलन के भारत चैप्टर की मजबूत शुरुआत हुई।

स्टोर विज़िट्स से पहले सिरिफोर्ट डीडीए स्क्वैश और बैडमिंटन कॉम्प्लेक्स में एक रोमांचक उद्घाटन दिवस देखने को मिला, जहाँ साइना और पीटर ने लेजेंड्स’ विज़न एंबेसडर्स पारुपल्ली कश्यप, अपर्णा पॉपट, सयाली गोखले और आनंद पवार के साथ ऑन-कोर्ट सत्रों का नेतृत्व किया।
इवेंट के बाद की कम्युनिटी आउटरीच के तहत, साइना नेहवाल और पीटर गेड ने दो दिनों में कई योनैक्स सनराइज़ पार्टनर स्टोर्स का दौरा किया, जहाँ उन्होंने प्रशंसकों और जूनियर खिलाड़ियों से मुलाकात की और रैकेट दान करने के लिए प्रोत्साहित किया।

23 नवंबर को दिग्गजों ने सिरिफोर्ट स्थित दो योनैक्स प्रो शॉप लोकेशंस—स्क्वैश और बैडमिंटन स्टेडियम और सिरिफोर्ट इंस्टीट्यूशनल एरिया—में स्थानीय बैडमिंटन समुदाय से मुलाकात की।
24 नवंबर को यह एक्टिवेशन गुरुग्राम के स्पोर्ट्स जैम, वेगास प्राइम स्पोर्ट्स और फरीदाबाद के वर्ल्ड स्ट्रीट स्थित सिग्नेचर स्पोर्ट्स शॉपी में जारी रहा, जहाँ समुदाय की मजबूत भागीदारी देखने को मिली।
सभी स्थानों पर साइना और पीटर ने लोगों से हल्के-फुल्के इस्तेमाल किए गए रैकेट दान करने की अपील की और इस पहल के मिशन—उभरते खिलाड़ियों के लिए उपकरणों की कमी को दूर करने—को दोहराया। पहल की बढ़ती रफ्तार के बारे में साइना नेहवाल ने कहा,“ए रैकेट्स सेकंड लाइफ को भारत लाना मेरे लिए भावुक करने वाला है।

इस खेल ने मुझे सब कुछ दिया और अब किसी युवा खिलाड़ी की पहली कोशिश में मदद करने का यह तरीका बिल्कुल सही लगता है। मुझे सबसे ज़्यादा छू गया कि लोग स्टोर में अपने पुराने रैकेट लेकर आते दिखे, यह जानते हुए कि वे किसी की ज़िंदगी बदल सकते हैं। यह सरल है, महत्वपूर्ण है और हर कोई इसका हिस्सा बन सकता है।”
अपना अनुभव साझा करते हुए पीटर गेड ने कहा,“पिछले दस वर्षों से द लेजेंड्स’ विज़न का उद्देश्य बैडमिंटन के भविष्य की नई कल्पना करना रहा है। लेकिन असली बदलाव तभी आता है जब लोग इसमें भाग लेते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में प्रशंसकों को रैकेट लेकर स्टोर्स पर आते देखना यही दिखाता है कि सामुदायिक प्रयास कैसा होता है। ये दान उन युवा खिलाड़ियों के लिए वास्तविक अवसर बनाएंगे जिन्हें इसकी सबसे अधिक ज़रूरत है।”
दान अभियान ने ‘ए रैकेट्स सेकंड लाइफ’ की मुख्य भावना को और मजबूत किया—उपकरणों के जीवन को बढ़ाकर अगली पीढ़ी के लिए पहुँच को विस्तृत करना।



