रोज़र फेडरर : टेनिस के स्वर्णिम युग की विरासत को मिला हॉल ऑफ फेम का सम्मान
टेनिस जगत की सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में गिने जाने वाले रोजर फेडरर को अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल करने की घोषणा सिर्फ एक सम्मान नहीं, बल्कि एक पूरे दौर को सलाम है।
रोड आइलैंड स्थित हॉल ऑफ फेम ने बुधवार को बताया कि फेडरर को उनके पहले ही पात्रता वर्ष में यह मान्यता मिली—जो अपने-आप में बताती है कि उनका प्रभाव रैकेट और कोर्ट से कहीं आगे तक फैला हुआ है। 20 ग्रैंड स्लैम एकल खिताबों के मालिक फेडरर इस बार ‘क्लास ऑफ 2026’ के लिए एकमात्र नामित उम्मीदवार थे।
उनकी पहचान सिर्फ रिकॉर्ड्स से नहीं बनी—बल्कि रफेल नडाल और नोवाक जोकोविच जैसे दिग्गजों के साथ खेले गए मुकाबलों ने एक ऐसा युग गढ़ा जिसे खुद फेडरर ने “टेनिस का स्वर्णिम समय” कहा था।

हॉल ऑफ फेम के नियमों के अनुसार किसी खिलाड़ी पर विचार पांच साल के टूर अंतराल के बाद ही किया जाता है, और चयन के लिए 75% मत जरूरी होते हैं। मतदान में टेनिस मीडिया, इतिहासकारों, उद्योग विशेषज्ञों, पूर्व हॉल सदस्य और प्रशंसक शामिल होते हैं—हालाँकि अंतिम परिणाम सार्वजनिक नहीं किए जाते।
इस वर्ष टीवी प्रस्तोता, पत्रकार और पूर्व खिलाड़ी मैरी कैरिलो को भी योगदानकर्ता श्रेणी में चुना गया है। दोनों को सम्मानित करने का समारोह अगस्त में आयोजित होगा। फेडरर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैंने हमेशा टेनिस के इतिहास और उन खिलाड़ियों को सम्मान दिया है जिन्होंने इस खेल की नींव मजबूत की।
मेरे साथियों और खेल द्वारा इस तरह की मान्यता मिलना मेरे लिए बेहद खास है।” करियर ग्रैंड स्लैम हासिल करने वाले केवल आठ पुरुष खिलाड़ियों में शामिल फेडरर ने विंबलडन (8), ऑस्ट्रेलियन ओपन (6), यूएस ओपन (5) और फ्रेंच ओपन (1)—इन चारों महत्त्वपूर्ण मंचों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
हॉल ऑफ फेम में शामिल होना फेडरर की उपलब्धियों का अंत नहीं, बल्कि उस विरासत की आधिकारिक मुहर है जिसे आने वाली पीढ़ियाँ प्रेरणा की तरह याद करेंगी।



