भारत के पवन बर्तवाल ने वर्ल्ड कप गोल्ड मेडलिस्ट को हराया
ग्रेटर नोएडा : भारत के पवन बर्तवाल (55 किग्रा) ने अब तक के टूर्नामेंट का सबसे बड़ा उलटफेर करते हुए कज़ाकिस्तान के दूसरे वरीयता प्राप्त और ब्राज़ील वर्ल्ड कप गोल्ड मेडलिस्ट अल्तीनबेक नूरसुल्तान को 5-0 से हराकर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मेडल पक्का कर लिया।
वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स 2025 : दूसरे दिन भी भारत ने जारी रखा शानदार सफ़र
सोमवार को शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुई इस जीत ने भारत के लिए एक और क्लीन स्वीप डे सुनिश्चित किया, जिसमें सुमित (75 किग्रा) और नवीन (90 किग्रा) ने भी शानदार जीत दर्ज की। इसके साथ ही मेज़बान भारत ने सात मेडल पक्के कर लिए हैं। पवन के लिए यह क्षण 15 साल के इंतज़ार का नतीजा था।
2010 के दशक में बॉक्सिंग शुरू करने के बाद लगातार मेहनत और धैर्य के साथ आगे बढ़ते हुए यह सर्विसेज़ का युवा मुक्केबाज़ पहली बार विश्व मंच पर चमकता दिखाई दिया।

घरेलू दर्शकों के शोर और समर्थन के बीच पवन ने बेहतरीन डिफ़ेंस, समझदारी से रफ्तार नियंत्रण और शानदार स्टैमिना वाला प्रदर्शन किया। उन्होंने लगातार नूरसुल्तान (जो इस वेट कैटेगरी के दूसरे वरीय थे) को रस्सियों पर धकेला और साफ़-सुथरे पंच लगाए।
पवन का शांत, संयमित और सोच-समझकर किया गया प्रदर्शन इस एलिट “ऐट-ओनली” ग्लोबल इवेंट के शुरुआती राउंड्स में भारत की सबसे प्रभावशाली जीतों में से एक बन गया।
पवन ने मुकाबले के बाद कहा, ” नूरसुल्तान एक अच्छे बॉक्सर हैं, उन्होंने इस साल ब्राज़ील में हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में गोल्ड जीता था।

शुरुआत में मुझे नर्वसनेस थी, लेकिन यह टूर्नामेंट हमारे देश में हो रहा है, हमारे दर्शकों के सामने, और इसने मुझे हिम्मत दी। यह मेरे करियर का बेहद अहम टूर्नामेंट है। यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय मेडल है और मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूँ।”
पवन के बाद सुमित ने 75 किग्रा क्वार्टर फाइनल मुकाबले में कोरिया के किम ह्योन-टे को 5-0 से हराते हुए टीम इंडिया की बढ़त और मजबूत कर दी। मुकाबले की शुरुआत में चेहरे पर लगा एक तेज़ पंच ही लय सेट कर गया। उन्होंने इस दौरान आक्रामकता और रणनीति का बेहतरीन संतुलन दिखाया।
पूरी बाउट में सुमित ने लगातार प्रेशर बनाया रखा, गेम को कंट्रोल में रखा और किम को डिफ़ेंसिव मोड में जाने के लिए मजबूर कर दिया। इसी तरह नवीन (जो स्ट्रैंडजा 2024 के मेडलिस्ट हैं) ने कज़ाकिस्तान के बेकज़त तंगातार के खिलाफ स्मार्ट और सधे हुए अंदाज़ में जीत दर्ज की।
अपनी लंबाई और पहुँच का पूरा इस्तेमाल करते हुए नवीन ने तंगातार को दूर रखा और दूरी से साफ़-सुथरे स्कोरिंग पंच लगाए। शुरुआती राउंड कड़ा रहा, लेकिन बाद के राउंड्स में नवीन ने तेज़ मूवमेंट और अनुशासित फुटवर्क से मुकाबले पर अपना दबदबा कायम कर लिया।
सेशन के अन्य मुकाबलों में, ताइवान की ओलंपिक मेडलिस्ट वू शिह-यी ने महिलाओं की 57 किग्रा कैटेगरी में उज्बेकिस्तान की सितोरा तुरदिबेकोवा को 5-0 से हराते हुए दिन की सबसे प्रभावशाली जीतों में से एक दर्ज की।
वहीं पुरुषों की 55 किग्रा और 75 किग्रा ब्रैकेट में उज्बेकिस्तान के समंदर ओलिमोव, इंग्लैंड के एलिस ट्रोब्रिज और उज्बेकिस्तान के जावोखिर अब्दुरखिमोव ने भी अगला दौर तय किया। कज़ाकिस्तान, यूक्रेन और पोलैंड ने भी दोपहर सेशन में महत्वपूर्ण जीतें हासिल कीं।
शाम को होने वाले सेशन 3 में भारत के दो सबसे बहुप्रतीक्षित मुकाबले होंगे। ब्राज़ील वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025 के मेडलिस्ट जदुमणि सिंह (50 किग्रा) का सामना कज़ाकिस्तान के उभरते मुक्केबाज़ ओंगारोव नुरज़ात से होगा।
वहीं दिन का सबसे बड़ा मुक़ाबला हितेश (70 किग्रा) बनाम टॉप सीड सेवोन ओकाज़ावा के बीच होगा। 2022 एशियन गेम्स मेडलिस्ट ओकाज़ावा की तकनीकी सटीकता इस बाउट को शुरुआती राउंड्स की सबसे रोमांचक भिड़ंत बना देती है।



