ऋषभ पंत के दम पर भारत ए की वापसी, जीत से 166 रन दूर
कप्तान ऋषभ पंत (नाबाद 64 रन) से भारत ए ने संभलकर खेलते हुए यहां चार दिवसीय मैच के तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका ए द्वारा दिए गए 275 रनों के लक्ष्य का पीछा जारी रखा। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ए ने चार विकेट पर 119 रन बनाए थे।
दक्षिण अफ्रीका ए ने सुबह बिना विकेट के 30 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई, पूरी टीम 199 रन पर ढेर हो गई। भारत ए के सामने जीत के लिए 275 रनों का लक्ष्य रखा गया। भारत ए को जीत के लिए 166 रन और बनाने होंगे। स्टंप तक पंत के साथ आयुष बडोनी थे जिन्होंने खाता नहीं खोला है। टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने का जिम्मा पंत के कंधों पर है।
दक्षिण अफ्रीका ए के गेंदबाज अपनी रफ्तार और उछाल से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर रहे थे। पंत इसी समय रजत पाटीदार (28) का साथ निभाने क्रीज पर उतरे। भारत ए ने एक समय 32 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे जिसमें आयुष म्हात्रे, साई सुदर्शन और देवदत्त पडिक्कल पवेलियन लौट चुके थे।

पंत ने अपने अंदाज में गेंदबाजों का सामना करते हुए चौथे विकेट के लिए 77 रन की साझेदारी निभाई। वह क्रीज पर टिके रहने की कोशिश नहीं कर रहे थे, अपनी टीम को मैच में वापसी कराने के लिए दबदबा बनाना चाहते थे।
पंत को 46 रन पर जीवनदान मिला जब तेज गेंदबाज टियान वैन वुरेन की गेंद पर ओकुहले सेले ने फाइन लेग पर उनका आसान कैच छोड़ा। जल्द ही उन्होंने प्रेनेलान सुब्रायन की गेंद पर कवर पर चौका लगाकर 65 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने कुछ उपचार भी कराया जो शायद मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से कराया गया।
पाटीदार दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों के सामने मुश्किल में थे और उन्हें सात रन पर जीवनदान मिला। बाद में उन्होंने कुछ शानदार ड्राइव खेले। पाटीदार जल्द ही वैन वुरेन की गेंद पर अपर कट मारने की कोशिश में विकेटकीपर रिवाल्डो मून्सामी के हाथों कैच आउट हो गए। पंत इस खराब शॉट चयन से काफी निराश दिखे।
दक्षिण अफ्रीका ए के गेंदबाज पूरे जोश में थे लेकिन उनके बल्लेबाज ज्यादा लापरवाह दिखे। मेहमान टीम ने बिना विकेट गिरे 30 रन से खेलना शुरू किया और पहले ही सत्र में छह विकेट खो दिए जिससे उसका स्कोर छह विकेट पर 128 रन हो गया।
ऑफ स्पिनर तनुष कोटियान (चार विकेट) और तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज (तीन विकेट) को दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की आक्रामकता का फायदा मिला।
दक्षिण अफ्रीका ए ने 135 रन पर सातवां विकेट गंवाया जिससे तब वह 210 रन की बढ़त बनाए थी। उसके निचले क्रम के बल्लेबाजों ने जोखिम उठाते हुए आखिरी तीन विकेट के लिए 64 रन जोड़ दिए। दक्षिण अफ्रीका ए को मैच में बने रहने का बेहतर मौका मिला।



