दो-रंगी गेंदों का रहस्य: भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों का इंग्लैंड दौरे पर अनोखा अभ्यास
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय तेज गेंदबाज आईपीएल की लाइन और लेंथ से छुटकारा पाने के लिए फिर से दो रंग की गेंदों से अभ्यास करते दिखे।

सत्र की शुरुआत में जसप्रीत बुमराह ने आधा सफेद और आधा लाल रंग की गेंद से गेंदबाजी की। इसके बाद टीम के अन्य गेंदबाजों ने भी दो रंगों की गेंद से गेंदबाजी की। अभ्यास सत्र में एक से अधिक रंग वाली गेंदों का उपयोग करना एक आम बात है। भारतीय तेज गेंदबाज इंग्लैंड दौरे की शुरुआत से ऐसा कर रहे हैं।
भारतीय तेज गेंदबाज सफेद गेंद के लंबे सत्र (चैंपियंस ट्रॉफी और आईपीएल) के बाद इंग्लैंड दौरे पर आए हैं। टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच रायन टेन डोशेट ने कहा कि दो रंग की गेंदों से अभ्यास करने से लाल गेंद (टेस्ट मैच) के खेल से सफेद गेंद (सीमित ओवरों के मैच) की आदतों को खत्म करने में मदद मिलती है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई नई बात नहीं है। सभी गेंद निर्माता ऐसी गेंदें बनाते हैं। हम गेंदबाजों को सीमित ओवरों वाले लाइन लेंथ की आदत में सुधार करना चाहते है।
यह आपको संकेत देने का सबसे आसान तरीका है। हमारे खिलाड़ी आईपीएल के लंबे सत्र के बाद यहां आए हैं। गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल की देख रेख में गेंदबाज पिछले दो हफ्तों से इसका उपयोग कर रहे हैं।’’ इंग्लैंड के पूर्व हरफनमौला मोईन अली ने सोमवार को अपने घरेलू मैदान पर मेजबान टीम के अभ्यास सत्र का अचानक दौरा किया।
इंग्लैंड को एजबेस्टन की पिच पर अली की जानकारी पर भरोसा है, जहां तीसरे दिन से स्पिनरों को मदद मिलने की उम्मीद है। मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम और स्पिन गेंदबाजी कोच जीतन पटेल को अली के साथ लंबी बातचीत करते देखा गया।
हालांकि, सूत्रों ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि अली केवल एक दिन के लिए ही मैदान पर थे और टीम के साथ किसी लंबी अवधि की कोचिंग भूमिका में नहीं आ रहे हैं। शीर्ष स्तर से संन्यास के बाद वह दुनिया भर की टी20 लीगों में खेलते हैं। वह आईपीएल 2025 का भी हिस्सा थे।



